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शिक्षा में विषमता दूर करना जरूरी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बिगुल

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज बहुत सारी चुनौतियां हमारे सामने हैं। 1857 के बाद देश की एकता में सेंध लगाने का काम किया गया उससे पहले देश को जाति के आधार पर बांटने का षड़यंत्र हुआ जिसमें देश फंसता चला गया।
आज समाज को बांटने के लिए कितने षड्यंत्र होते हैं आपको देखने को मिलता होगा मगर इनका मुकाबला हम शिक्षा से कर सकते हैं। शिक्षा के क्षेत्र की विषमता को दूर करना होगा। इसके लिए अभाविप कई रचनात्मक कार्यक्रम करती आयी है। मुख्यमंत्री रविवार को निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि जब समाज और देश से जुड़ी ज्वंलत समस्या को लेकर अभाविप काम करती है, तो उसके सकारात्मक परिणाम मिलते हैं। शिक्षा में समानता का प्रयास अगर हम करें तो देश की कई समस्याओं का समाधान सम्भव है। पीएम ने विद्यालयों में शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं का किया विस्तार : मुख्यमंत्री ने मौजूदा शिक्षा व्यवस्था में असमानता का मुद्दा उठाते हुए कहा कि एक जवान और किसान का बच्चा उन विद्यालयों में पढ़ता है जहां कोई बुनियादी सुविधा नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शपथ ली तो देश के लाखों शिक्षण संस्थानों में शौचालय तक नहीं था, सरकार ने बुनियादी सुविधाओं में विस्तार करते हुए यह काम किया।निजी स्कूलों में फीस विकास दर से भी बहुत ऊंची : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के तत्काल बाद भी यह काम हो सकता था लेकिन नहीं हुआ। अल्पसंख्यक संस्थाओं को विशेष अधिकार दिया गया, इसके बाद जो स्थिति पैदा हुई, वह सबसे सामने है। उन्होंने कहा कि जिनके पास पैसा है उनके लिए शिक्षण संस्थाओं की प्राथमिकता से स्थापना हुई पर शिक्षा में समानता नहीं हुई।
आज बड़ी संख्या में अभिभावक फीस वृद्धि की शिकायत करते हैं, फीस की हालत है कि यह विकास दर से भी बहुत ऊं ची है जिनको अपने बच्चों को पढ़ाना है, उनकी जुबान बन्द हो जाती है।पूर्वोत्तर भारत को शेष भारत से जोड़ने का काम किया अभाविप ने : मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था में परिवर्तन की पहल की। अभाविप इस दिशा में कोई प्रस्ताव, सलाह देगी तो इस पर विचार होगा। उन्होंने कहा कि 22 करोड़ की आबादी के लिए समान पाठ्यक्रम करने में हम सफल होते हैं, तो यह हमारी बड़ी उपलब्धि होगी। इस दिशा में अभाविप जैसे संगठन आगे आकर पहल करे। अभाविप ने देश के अन्दर समय-समय पर ज्वलंत मुद्दे उठाये हैं। संगठन कई आन्दोलन करता आया है। पूर्वोत्तर भारत को शेष भारत से जोड़ने में भी इसने अहम भूमिका निभायी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद भारत की शिक्षा को राष्ट्रीयता से जोड़ना था, लेकिन उसे जाति, धर्म के आधार पर बांटने का प्रयास हुआ। वास्तव में अभाविप की राष्ट्रवादी मुहिम में पूरे देश के 25 लाख छात्र जुड़े हैं। यदि पूरे देश के युवा इससे जुड़ें तो यह काम और आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि शैक्षिक गुणवत्ता बनाये रखने, शिक्षा सभी के लिए सुलभ कराने, शिक्षा हर बालक-बालिका तक पहुंचे, इसलिए अभाविप अपनी मुहिम जारी रखे। उन्होंने कहा कि देश के कुछ विविद्यालयों और अन्य स्थानों में भटकाव की जो स्थिति दिख रही है उसके पीछे शिक्षा में विषमता अहम कारण है। इसलिए ऐसे षड़यंत्र रचे जाते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की मूल परम्परा राष्ट्रवाद की है, इस व्यवस्था को पीएम मोदी के निर्देशन में चल रहे अभियानों योजनाओं में भी देख सकते हैं। अभाविप इस दिशा में जिस तरह काम कर रहा है वह स्वागत योग्य है। देश के खिलाफ सजिश करने वालों को परिषद करेगी बेनकाब : इस मौके पर अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेश ठाकुर ने कहा कि देश के खिलाफ कुछ लोग साजिश कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद इनको बेनकाब करने का प्रसास कर रही है। उन्होंने कहा कि सुकमा नक्सली हमला चिंता का विषय है। केरल, पश्चिम बंगाल में राष्ट्रवादियों के साथ हिंसा का परिषद मुकाबला कर रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर ने कहा कि डा. अम्बेडकर से भी परिषद के लोग प्रेरणा लेते हैं। एबीवीपी ने युवा शक्ति को सकारात्मक दिशा दी है। सस्ती, सुलभ, गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए विद्यार्थी परिषद संघर्ष कर रही है। यह संगठन भारतीय संस्कृति के बल पर नियंतण्र समस्याओं का समाधान कर सकता है। अनेक देश विद्यार्थी परिषद के कायरे से प्रेरणा लेते हैं। परिषद राष्ट्र विरोधी विचारों का विरोध करती है। देश राष्ट्रवाद के मौसम का अनुभव कर रहा है। अब देश के सैनिकों, वैज्ञानिकों के अभिनंदन का अवसर है। अन्याय, कुरीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी है। राष्ट्रीय महामंत्री विनय बिद्रे ने कहा कि देश राष्ट्रवाद के मौसम का अनुभव कर रहा है। आज देश के सैनिकों, वैज्ञानिकों के अभिनंदन का अवसर है। इसी के साथ सुकमा जैसी नक्सली चिन्ता का विषय है। यह देश के खिलाफ कुछ लोग सजिश कर रहे हैं। विद्यार्थी परिषद इनको बेनकाब करने का काम कर रहा है। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डा.दिनेश शर्मा, लखनऊ विवि के कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह, फैजाबाद विवि के कुलपति प्रो.मनोज दीक्षित, राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आम्बेकर, क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल, सम्पर्क प्रमुख सुनील वाष्ण्रेय, प्रान्त संगठन मंत्री सत्यभान सिंह, प्रदेश मंत्री रमन सिंह, विवेक सिंह मौनू, अनुराग तिवारी समेत अनेक लोग उपास्थित रहे।
द सहारा न्यूज ब्यूरोलखनऊ।


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