शिक्षा में बड़े बदलाव का आगाज, शिक्षा को समान रूप से लागू करने की वकालत: योगी

स्वतंत्रता आंदोलन के समय से अंग्रेजों ने देश को जाति-धर्म के नाम पर तोड़ने का काम किया था। वे ताकतें आज भी सक्रिय हैं। यही देश विरोधी ताकतें समाज को जाति-धर्म के नाम पर तोड़ रही हैं।
यह कहना है सीएम योगी आदित्यनाथ का। योगी रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में नागरिक अभिनंदन समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इन देश विरोधी ताकतों का मुकाबला शिक्षा से ही किया जा सकता है।
सीएम ने शिक्षा में बड़े बदलाव की बात छेड़ी। उन्होंने कहा कि जिनके पास पैसा है, उनके बच्चे अच्छी शिक्षा पा रहे हैं। फीस बढ़ने की रफ्तार हर विकास दर से तेज है। विद्यार्थी परिषद समानता के लिए काम कर रही है। शिक्षा में समानता आज सबसे बड़ी जरूरत है। हमने यूपी की शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन की शुरुआत की है। शिक्षा को समान रूप से लागू करना हमारा मकसद है। समान पाठ्यक्रम इस दिशा में बड़ी उपलब्धि होगी। शिक्षा में बहुत असमानता है। जवान और किसान का बेटा ऐसे स्कूल में पढ़ता है, जहां बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं। इस व्यवस्था में बदलाव लाना है।

बीफ पार्टी पर क्यों मौन हैं कथित धर्मनिरपेक्ष
योगी ने कहा कि आजादी के बाद समान शिक्षा की बात नहीं हुई, बल्कि अल्पसंख्यक संस्थाओं को विशेष अधिकार दिया गया। भारत की मूल परंपरा राष्ट्रवाद की है। लेकिन यहां शिक्षा को भी जाति, क्षेत्र और मजहब के आधार पर बांट दिया गया। देश मजहबी और कॉन्वेंट शिक्षा की गिरफ्त में है। इसी का नतीजा है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी, बीएचयू और बंगाल में शिक्षण संस्थानों में भटकाव दिख रहा है। इनके पीछे भी वही ताकतें हैं जो एक राष्ट्र की परिकल्पना को सफल नहीं होने देना चाहतीं। केरल में बीफ पार्टी दी गई। इस पर खुद को धर्मनिरपेक्ष कहने वाली ताकतें क्यों मौन हैं/ जेएनयू और हैदराबाद में भी ऐसा किया गया तो सिर्फ विद्यार्थी परिषद ने आवाज उठाई। मैं आह्वान करता हूं कि ऐसी देशविरोधी ताकतों, छद्म और पाखंड का पर्दाफाश करें। राष्ट्रवाद के आगे ये ताकतें नहीं टिकेंगी। योगी ने कहा कि आजादी के वक्त ही उस समय के नेताओं ने भले ही राष्ट्र के बारे में चिंतन न किया हो लेकिन आरएसएस ने विद्यार्थी परिषद जैसा संगठन बनाकर एक बड़ा काम किया।

वामपंथियों के खिलाफ वैचारिक सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत

विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष नागेश ठाकुर ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में देश विरोधी ताकतें काम कर रही हैं। ऐसे षड्यंत्रों से एबीवीपी लगातार लड़ेगी। परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री विनय बिद्रे ने कहा कि नक्सलियों का समर्थकन करने वाले लोग भी इस समाज में हैं। उनका एबीवीपी ने विरोध किया है। प्रफेसर, पत्रकार और छात्र के वेष में भी देश विरोधी ताकतें सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा के व्यवसायीकरण और वामपंथियों के खिलाफ भी वैचारिक सर्जिकल स्ट्राइक की जरूरत है।
एबीवीपी की कार्यकारिणी में बोले सीएम, जाति-धर्म के नाम पर समाज को तोड़ रहीं देश विरोधी ताकतें
'शिक्षा में बड़े बदलाव का आगाज'•एनबीटी, फैजाबाद : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह रविवार को रुदौली में एक परिवार के मांगलिक कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान भारत-पाक सीमा पर तनाव के बारे में कहा कि केंद्र में मोदी की सरकार है, जो देश का मस्तक किसी सूरत में झुकने नहीं देगी। देश की सेना दुश्मनों से सख्ती से निपट रही है। गृहमंत्री ने कहा कि जनता आश्वस्त रहे कि सरकार कभी भी देश के सम्मान से समझौता नहीं करेगी। गृह मंत्री हिन्दू इंटर कॉलेज के पूर्व प्रवक्ता राधेश्याम तिवारी के पूरेकाजी गांव में जनेऊ कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। बीजेपी नेता सिद्धनाथ सिंह के मुताबिक यज्ञोपवीत कार्यक्रम के अवसर पर बीजेपी नेताओं ने उन्हें श्रीकनक बिहारी दरबार का चित्र देकर सम्मानित किया।•एनबीटी, प्रतापगढ़ : उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पीएम मोदी के तीन साल के कार्यकाल को मील का पत्थर करार दिया है। रविवार को कुंडा पहुंचे केशव प्रसाद ने कहा कि पीएम मोदी के इस तीन साल के कार्यकाल में जनता ने उन्हें कसौटियों पर कसा और जनता की हर कसौटी पर प्रधानमंत्री एकदम खरे उतरे। उन्होंने गरीबों के कल्याण और बेहतरी के लिए खुद को समर्पित कर दिया। केशव ने कहा कि मोदी सरकार गरीबों, बेसहारों, वंचितों और समाज के दबे-कुचलों की सरकार है। मोदी ने पूरी दुनिया में भारत की नेतृत्व क्षमता का जो डंका बजाया है, उसके नाते भारत एक महाशक्ति के रूप में दुनिया के सामने अपनी एक पहचान बना पाया है।
एबीवीपी के कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि देश विरोधियों को शिक्षा से ही रोक सकते हैं

sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines