यूपी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में बड़ा फेरबदल: अब मेरिट से नहीं लिखित परीक्षा से मिलेगी नौकरी!

लखनऊ.सूबे के राजकीय कॉलेजों (जीआईसी) में एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। जीआईसीमें एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक पद पर अब एकेडेमिक मेरिट से भर्ती नहीं की जाएगी।
दरअसल शिक्षा निदेशालय लिखित परीक्षा के आधार पर भर्ती करने की तैयारी कर रहा है। निदेशालय ने जीआईसी में एकेडेमिक मेरिट के आधार पर एलटी ग्रेड सहायक अध्यापकों की भर्ती करने से मना कर दिया है।
निदेशालय ने शासन को लिखी चिट्ठी
इन शिक्षकों की भर्ती कैसे की जाए इसके लिए शिक्षा निदेशालय ने शासन को चिट्ठी लिखी है। जानकारी के मुताबिक इन शिक्षकों की भर्ती अब अधीनस्थ सेवा चयन आयोग या फिर माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में से किसी एक से कराई जा सकती है। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड और उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग को खत्म कर उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग का गठन करने वाली है। अगर इसका गठन होता है तो एलटी ग्रेट शिक्षकों की भर्ती उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा आयोग द्वारा भी कराई जा सकती है। अभी तक अधीनस्थ सेवा चयन आयोग और माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित कराते हैं।
भर्ती प्रक्रिया में होगा बदलाव
आपको बता दें कि जीआईसीमें 9,342 एलटी ग्रेड शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया 25 दिसंबर 2016 को शुरू हुई थी। तब यह भर्ती एकेडेमिक मेरिट के आधार पर होनी थी। इन पदों पर भर्ती के लिए एक महीने में पूरे प्रदेश से लगभग पांच लाख से जयादा आवेदन भी आए। आवेदन करने वाले सभी अभ्यर्थियों को उम्मीद थी यूपी सरकार मेरिट के आधार नियुक्ति की प्रक्रिया को जल्द पूरा करा लेगी, लेकिन करीब छह महीने बीत जाने के बाद भी भर्ती प्रक्रिया को लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वहीं अब शिक्षा निदेशालय मेरिट के बजाए लिखित परीक्षा के आधार पर भर्ती कराना चाह रहा है और अगर भर्ती प्रक्रिया में ये बदलाव होता है तो कई अभ्यर्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि लिखित परीक्षा के आधार पर भर्ती प्रक्रिया होने पर इन अभ्यर्थियों को नए सिरे से सारी तैयारियां करनी पड़ेंगी।


लिखित परीक्षा से आएगी पारदर्शिता
टीजीटी-पीजीटी प्रतियोगी मोर्चा हमेशा एलटी ग्रेड सहायक अध्यापक की भर्ती एकेडेमिक मेरिट के आधार पर कराने के खिलाफ रहा है। इसे लेकर यह मोर्चा काफी लंबे समय से आंदोलन भी कर रहा है। मोर्चा के पदाधिकारियों के मुताबिक लिखित परीक्षा द्वारा भर्ती होने से पारदर्शिता आएगी। आपको बता दें किएलटी ग्रेड की पिछली भर्ती में 6500 सीटों में से केवल 2500 की नियुक्ति हो सकी थी। क्योंकि बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने फर्जी प्रमाण पत्र लगाकर नौकरी पाने की कोशिश की थी। 6500 की भर्ती हो भी गई, लेकिन बाद में प्रमाण पत्र के सत्यापन में फर्जी प्रमाण पत्रों का मामला सामने आने के बाद 4000 अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र ही लेने नहीं पहुंचे।

एकेडेमिक मेरिट से होनी थी भर्ती
जीआईसीमें एलटी ग्रेड सहायक अध्यापकोंकी भर्ती के लिए शैक्षिक योग्यता के अंकों के आधार पर एकेडेमिक मेरिट तैयार होनी थी। एकेडेमिक मेरिट के अंतर्गत अभ्यर्थी के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन और प्रशिक्षण के नंबरों को जोड़कर उसी के आधार पर मेरिट बनाई जानी थी। उसके बाद इस मेरिट में जिन अभ्यर्थियों की मेरिट ज्यादा होती उस आधार पर अभ्यर्थियों का सेलेक्शन होना था। लेकिन अब अगर भर्ती प्रक्रिया में बदलाव होता है तो चयन लिखित परीक्षा के आधार पर होगा।
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