मथुरा : छावनी रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार को आंदोलित शिक्षामित्रों द्वारा ट्रेन के आगे लेटकर प्रदर्शन किया गया। इसके विरोध में आरपीएफ ने करीब 80 शिक्षामित्रों के खिलाफ रेलवे एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया गया है। इससे नाराज शिक्षामित्र सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को शिक्षामित्र विरोध प्रदर्शन करने को कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच गए। आक्रोशित शिक्षामित्रों को आरपीएफ और जीआरपी द्वारा रेल संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने के लिए चेतावनी भी दी गई। शिक्षामित्रों द्वारा अछनेरा-कासगंज पैसेंजर के आगे विरोध प्रदर्शन किया।
हालाकि ट्रेन अपने निश्चित ठहराव से ही रवाना हुई। अछनेरा-कासगंज पैंसेजर अपने निर्धारित समय दोपहर 12.10 बजे के स्थान पर दोपहर 12.20 बजे छावनी रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी और दो मिनट के ठहराव के बाद 12.22 बजे रवाना हो गई। इस दौरान शिक्षामित्रों ने ट्रेन के आगे लेटकर विरोध प्रदर्शन किया। इस आरोप में आरपीएफ ने दुष्यंत सारास्वत सहित 60 पुरुष और 20 महिला शिक्षामित्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिक्षा मित्रों पर ट्रेन के आगे पटरियों पर प्रदर्शन करना, हुड़दंग मचाना और बिना किसी अनुमति पत्र के स्टेशन परिसर में घुस आने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं। आरपीएफ प्रभारी केके ¨सह ने बताया कि शिक्षामित्रों पर तीन धाराओं में करीब 80 शिक्षामित्रों पर मामला दर्ज किया गया है।
विद्यालयों में की सांकेतिक तालाबंदी
सौंख: शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालयों में सांकेतिक तालाबंदी की। इससे शिक्षण कार्य निर्धारित समय के कुछ देर बाद शुरू हो सका।
समायोजन रद्द किए जाने के आदेश के बाद से ही शिक्षामित्र लगातार रणनीति बनाने में लगे हैं। शुक्रवार को सुबह 7.30 बजे अधिकांश शिक्षामित्र अपने विद्यालय पहुंच गए और विद्यालयों के दरवाजों पर ताला जड़कर सांकेतिक तालाबंदी की। गोवर्धन विधानसभा के नगला श्यौबा, नगला जीवन, नगला खेरा, हरजू, कनकू, मडौरा, नैंनूकलां, नगला सीताराम, सेरासबला, पलसों, धन्नू, दतिया, मुकन्दपुर, हकीमपुर, जुनसिटी, कौंथरा, बछगांव, तसिया, आसा, सौंख प्रथम व द्वितीय, देवसेरस, भूरिया, फौंडर, अहमलकलां, मल्हू, भुण्डान, नगला घरू आदि गांव के प्राथमिक विद्यालय में सुबह शिक्षामित्रों द्वारा तालाबंदी की गयी।
शिक्षामित्र संघ गोवर्धन के ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने बताया कि समान कार्य समान वेतन की शिक्षामित्रों की मांग गलत नहीं हैं। सरकार को इस पर सोचना होगा। सरकार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए। तालाबंदी में वेदवीर ¨सह, विनोद, नेत्रपाल, केरन ¨सह, लक्ष्मीदेवी, सरोज, बबीता, मीनेष, जयप्रकाष, सुषील, नारायण ¨सह, फौरन ¨सह, मिट्ठन आदि शामिल थे।
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सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन निरस्त कर दिया गया है। इससे नाराज शिक्षामित्र सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शुक्रवार को शिक्षामित्र विरोध प्रदर्शन करने को कैंट रेलवे स्टेशन पहुंच गए। आक्रोशित शिक्षामित्रों को आरपीएफ और जीआरपी द्वारा रेल संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने के लिए चेतावनी भी दी गई। शिक्षामित्रों द्वारा अछनेरा-कासगंज पैसेंजर के आगे विरोध प्रदर्शन किया।
हालाकि ट्रेन अपने निश्चित ठहराव से ही रवाना हुई। अछनेरा-कासगंज पैंसेजर अपने निर्धारित समय दोपहर 12.10 बजे के स्थान पर दोपहर 12.20 बजे छावनी रेलवे स्टेशन पर पहुंची थी और दो मिनट के ठहराव के बाद 12.22 बजे रवाना हो गई। इस दौरान शिक्षामित्रों ने ट्रेन के आगे लेटकर विरोध प्रदर्शन किया। इस आरोप में आरपीएफ ने दुष्यंत सारास्वत सहित 60 पुरुष और 20 महिला शिक्षामित्रों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। शिक्षा मित्रों पर ट्रेन के आगे पटरियों पर प्रदर्शन करना, हुड़दंग मचाना और बिना किसी अनुमति पत्र के स्टेशन परिसर में घुस आने के आरोप में मामले दर्ज किए गए हैं। आरपीएफ प्रभारी केके ¨सह ने बताया कि शिक्षामित्रों पर तीन धाराओं में करीब 80 शिक्षामित्रों पर मामला दर्ज किया गया है।
विद्यालयों में की सांकेतिक तालाबंदी
सौंख: शिक्षामित्रों ने शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालयों में सांकेतिक तालाबंदी की। इससे शिक्षण कार्य निर्धारित समय के कुछ देर बाद शुरू हो सका।
समायोजन रद्द किए जाने के आदेश के बाद से ही शिक्षामित्र लगातार रणनीति बनाने में लगे हैं। शुक्रवार को सुबह 7.30 बजे अधिकांश शिक्षामित्र अपने विद्यालय पहुंच गए और विद्यालयों के दरवाजों पर ताला जड़कर सांकेतिक तालाबंदी की। गोवर्धन विधानसभा के नगला श्यौबा, नगला जीवन, नगला खेरा, हरजू, कनकू, मडौरा, नैंनूकलां, नगला सीताराम, सेरासबला, पलसों, धन्नू, दतिया, मुकन्दपुर, हकीमपुर, जुनसिटी, कौंथरा, बछगांव, तसिया, आसा, सौंख प्रथम व द्वितीय, देवसेरस, भूरिया, फौंडर, अहमलकलां, मल्हू, भुण्डान, नगला घरू आदि गांव के प्राथमिक विद्यालय में सुबह शिक्षामित्रों द्वारा तालाबंदी की गयी।
शिक्षामित्र संघ गोवर्धन के ब्लॉक अध्यक्ष राजकुमार चौधरी ने बताया कि समान कार्य समान वेतन की शिक्षामित्रों की मांग गलत नहीं हैं। सरकार को इस पर सोचना होगा। सरकार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए। तालाबंदी में वेदवीर ¨सह, विनोद, नेत्रपाल, केरन ¨सह, लक्ष्मीदेवी, सरोज, बबीता, मीनेष, जयप्रकाष, सुषील, नारायण ¨सह, फौरन ¨सह, मिट्ठन आदि शामिल थे।
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