गुरुजी हुए मोबाइल, घूम-घूमकर देंगे शिक्षा: शिक्षकों की कमी से निपटने के लिए शिक्षा विभाग ने अलग-अलग स्कूलों में तिथिवार लगाई शिक्षकों की ड्यूटी

रामगढ़ 1अगर हो, तो मंजिल की हर बाधाएं आसान लगने लगती है। झारखंड का रामगढ़ जिला इसकी बानगी बनने जा रहा है। यहां सरकार ने स्कूलों में इंटर तक की पढ़ाई का निर्देश तो दे दिया, लेकिन इंफ्रास्ट्रक्चर का घोर अभाव मुसीबत बनकर सामने आ गया।
भवन की बात तो छोड़िए, स्कूलों में शिक्षकों तक की कमी है। सो,
निकाला गया। शिक्षक सोमवार को कहीं पढ़ाएंगे तो मंगलवार को कहीं और। बिल्कुल मोबाइल व्यवस्था होगी। एक-दो नहीं अधिकांश शिक्षक इसी व्यवस्था के तहत छात्रों को पढ़ाएंगे।
नव उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालयों (हाल ही में प्लस टू उच्च विद्यालयों में तब्दील किए गए) में इसी सत्र से इंटर की पढ़ाई शुरू करने के लिए रामगढ़ को प्रयोग की जमीन बनाया गया है। जहां इंटर की पढ़ाई के लिए शिक्षक नहीं हैं वहां दूसरे स्कूल से शिक्षक आकर बच्चों को पढ़ाएंगे। वे शिक्षक अपने पदस्थापन विद्यालय में भी पढ़ाने का काम जारी रखेंगे। शिक्षक मोबाइल रहेंगे। किस विद्यालय में किस-किस दिन उन्हें सेवा देनी है, इसका निर्धारण कर दिया गया है। जिले के आठ उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में प्लस टू की पढ़ाई शुरू की जा रही है।

सत्र 2017-18 से इस व्यवस्था के अमल में आ जाने के लिए रामगढ़ जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी कर दिए हैं। शिक्षकों का प्रतिनियोजन कर दिया गया है। विद्यालय में बच्चों का नामांकन भी चल रहा है। सरकार के इस निर्णय से ग्रामीण परिवेश के बच्चों को भी समीप में ही इंटर की पढ़ाई की सुविधा मिल जाएगी। एसएस प्लस टू उच्च विद्यालय गोला के जीव विज्ञान के शिक्षक हरिनारायण प्रसाद सोमवार एवं मंगलवार को उत्Rमित प्लस टू आरबी उवि सांडी में सेवा देंगे। इसी विद्यालय के अंग्रेजी शिक्षक शत्रुघ्न प्रसाद सोमवार-मंगलवार एवं बुधवार को तथा वाणिज्य शिक्षक शशिकांत दुबे शुक्रवार एवं शनिवार को उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय होन्हे में पढ़ाएंगे।
हाल ही में अपग्रेड प्लस टू उच्च विद्यालयों में इसी सत्र से इंटर की पढ़ाई शुरू करने के लिए
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की कार्यकारी व्यवस्था, एक शिक्षक कई विद्यालयों में देंगे सेवाविद्यालयों में प्लस टू की पढ़ाई शुरू होने से बच्चे काफी उत्साहित हैं। अब तक 34 नामांकन हो चुका है। कुल 120 सीटों के लिए नामांकन होना है1
पन्नालाल राम, प्रधानाध्यापक, उत्Rमित प्लस टू आरबी स्कूल, सांडी।
सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा जमा दो विद्यालय खोलकर बच्चों को समीप के विद्यालयों में ही इंटर की पढ़ाई की सुविधा मुहैया कराना है। नए विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति नहीं हुई है। तब तक विद्यालय में प्लस टू की पढ़ाई शुरू करने के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है।1रतन कुमार सिंह, क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक, उत्तरी छोटा नागपुर प्रमंडल।

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