#ग्रेडिंग_केस_काउंटर।ग्रेडिंग केस में सचिव, बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा काउंटर लगाया गया है जो 31 अगस्त को मुझे प्राप्त हुआ। काउंटर में निम्नलिखित बातें समाहित हैं।
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👉▪️ SCERT तथा परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा BTC 2013 बैच के ट्रेनिंग प्रोग्राम में ग्रेडिंग सिस्टम को लागू किया गया जो कि अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के वैधानिक नियमों की परिधि से बाहर था। अतः बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सचिव (PNP) से 2 फ़रबरी, 10 फ़रबरी तथा 15 फ़रबरी को पत्र लिखकर यह स्पष्टीकरण माँगा कि 12460 भर्ती में 2013 बैच के अभ्यर्थियों के गुणांक का आगणन किस प्रकार किया जाये ?
👉▪️ जिसके जबाब में PNP ने कहा कि BTC 2013 बैच के प्रशिक्षुओ की अंकतालिका पर पूर्णांक के साथ-साथ प्राप्तांक भी दे रखे हैं, इसलिये प्रतिशत के आधार पर 2013 बैच के अभ्यर्थियों को क्वॉलिटी पाइंट्स दिए जायें। अतः बेसिक शिक्षा परिषद ने किसी भी प्रकार की #अस्पष्टता तथा #पक्षपात को दूर करने हेतु 25 फ़रबरी 2017 को पत्र लिखकर एन॰आई॰सी॰ से कहा कि सभी अभ्यर्थियों को प्रतिशत के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जायें।
👉▪️ इसके बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने जस्टिस अरुण टण्डन के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा है कि A,B,C, ग्रेड के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जाने से अध्यापक सेवा नियमावली के वैधानिक नियमों का #उल्लंघन/ #अतिक्रमण होगा। इसलिए A,B,C के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स नही दिये गये।
👉▪️ इसके अतिरिक्त काउंटर में सरकारी अधिवक्ता से एक #चूक भी हुई है... सिंगल बेंच में याचिका डालने वाले को बी॰टी॰सी॰ 2013 बैच का अभ्यर्थी बताया गया है जो कि पूर्णतया ग़लत तथ्य है। इस ग़लती के विषय में सरकारी अधिवक्ता को सूचित कर ठीक करा दिया जायेगा।
⚫️ प्रथम द्रष्टया यहाँ तक काउंटर 2013 बैच के फ़ेवर में है लेकिन अन्त में सचिव, बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह द्वारा 11 अगस्त को जारी किया गया एक पत्र लगा हुआ है जिससे #रिफ़िक्स के सन्दर्भ में शासन की मंशा बिलकुल साफ़-साफ़ दिखायी दे रही है। इस लेटर से स्पष्ट है कि सिंगल जज के आदेश अनुसार #रिफ़िक्स की स्थिति में अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में संशोधन करके ग्रेड के #सापेक्ष मेरिट गुणांक Re-Fix कर दिया जायेगा।
इसका मतलब शीशे की तरह एकदम साफ़ है कि रिफ़िक्स होने की स्थिति में अध्यापक सेवा नियमावली में यह उल्लेखित कर दिया जाएगा कि जिन अभ्यर्थियों की अंकतालिका पर A,B,C, अंकित है उन्हें इस ग्रेड के सापेक्ष क्रमशः 12,06,03 अंक प्रदान किए जायेंगे। साक्ष्य के तौर पर 11 अगस्त का लेटर नीचे संलग्न है।
अधिवक्ताओ द्वारा दी गयी सलाह के आधार पर मैं यह कह सकता हूँ कि #सिंगल_बेंच में हारने के उपरांत #ग्रेडिंग लग चुकी है जिसके बाद डबल बेंच में #अपील करने के फलस्वरूप सिंगल जज का आदेश अभी तक स्टे है, BTC 2013 तथा 2014 बैच के अभ्यर्थियों का नुक़सान ना होने पाए इसके लिए डबल बेंच में जीतना ही #एकमात्र रास्ता है। यदि डबल बेंच भी सिंगल जज का आदेश बहाल रखती है तब यह 13 तथा 14 बैच के लिए एक अभूतपूर्व क्षति होगी। इसलिए मेरा प्रयास सिर्फ़ और सिर्फ़ इस दिशा में केन्द्रित है कि डबल बेंच, सिंगल जज के आदेश को ख़ारिज कर बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रतिशत के आधार क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जाने के निर्णय को सही ठहरा दे।
उम्मीद करता हूँ कि संघर्ष के इस दौर में BTC 2013 बैच के अभ्यर्थियों का साथ बना रहेगा।
धन्यवाद।
#कुलदीप_सिंह।
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👉▪️ SCERT तथा परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा BTC 2013 बैच के ट्रेनिंग प्रोग्राम में ग्रेडिंग सिस्टम को लागू किया गया जो कि अध्यापक सेवा नियमावली 1981 के वैधानिक नियमों की परिधि से बाहर था। अतः बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा सचिव (PNP) से 2 फ़रबरी, 10 फ़रबरी तथा 15 फ़रबरी को पत्र लिखकर यह स्पष्टीकरण माँगा कि 12460 भर्ती में 2013 बैच के अभ्यर्थियों के गुणांक का आगणन किस प्रकार किया जाये ?
👉▪️ जिसके जबाब में PNP ने कहा कि BTC 2013 बैच के प्रशिक्षुओ की अंकतालिका पर पूर्णांक के साथ-साथ प्राप्तांक भी दे रखे हैं, इसलिये प्रतिशत के आधार पर 2013 बैच के अभ्यर्थियों को क्वॉलिटी पाइंट्स दिए जायें। अतः बेसिक शिक्षा परिषद ने किसी भी प्रकार की #अस्पष्टता तथा #पक्षपात को दूर करने हेतु 25 फ़रबरी 2017 को पत्र लिखकर एन॰आई॰सी॰ से कहा कि सभी अभ्यर्थियों को प्रतिशत के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जायें।
👉▪️ इसके बाद सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने जस्टिस अरुण टण्डन के प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा है कि A,B,C, ग्रेड के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जाने से अध्यापक सेवा नियमावली के वैधानिक नियमों का #उल्लंघन/ #अतिक्रमण होगा। इसलिए A,B,C के आधार पर क्वॉलिटी पॉंट्स नही दिये गये।
👉▪️ इसके अतिरिक्त काउंटर में सरकारी अधिवक्ता से एक #चूक भी हुई है... सिंगल बेंच में याचिका डालने वाले को बी॰टी॰सी॰ 2013 बैच का अभ्यर्थी बताया गया है जो कि पूर्णतया ग़लत तथ्य है। इस ग़लती के विषय में सरकारी अधिवक्ता को सूचित कर ठीक करा दिया जायेगा।
⚫️ प्रथम द्रष्टया यहाँ तक काउंटर 2013 बैच के फ़ेवर में है लेकिन अन्त में सचिव, बेसिक शिक्षा राज प्रताप सिंह द्वारा 11 अगस्त को जारी किया गया एक पत्र लगा हुआ है जिससे #रिफ़िक्स के सन्दर्भ में शासन की मंशा बिलकुल साफ़-साफ़ दिखायी दे रही है। इस लेटर से स्पष्ट है कि सिंगल जज के आदेश अनुसार #रिफ़िक्स की स्थिति में अध्यापक सेवा नियमावली 1981 में संशोधन करके ग्रेड के #सापेक्ष मेरिट गुणांक Re-Fix कर दिया जायेगा।
इसका मतलब शीशे की तरह एकदम साफ़ है कि रिफ़िक्स होने की स्थिति में अध्यापक सेवा नियमावली में यह उल्लेखित कर दिया जाएगा कि जिन अभ्यर्थियों की अंकतालिका पर A,B,C, अंकित है उन्हें इस ग्रेड के सापेक्ष क्रमशः 12,06,03 अंक प्रदान किए जायेंगे। साक्ष्य के तौर पर 11 अगस्त का लेटर नीचे संलग्न है।
अधिवक्ताओ द्वारा दी गयी सलाह के आधार पर मैं यह कह सकता हूँ कि #सिंगल_बेंच में हारने के उपरांत #ग्रेडिंग लग चुकी है जिसके बाद डबल बेंच में #अपील करने के फलस्वरूप सिंगल जज का आदेश अभी तक स्टे है, BTC 2013 तथा 2014 बैच के अभ्यर्थियों का नुक़सान ना होने पाए इसके लिए डबल बेंच में जीतना ही #एकमात्र रास्ता है। यदि डबल बेंच भी सिंगल जज का आदेश बहाल रखती है तब यह 13 तथा 14 बैच के लिए एक अभूतपूर्व क्षति होगी। इसलिए मेरा प्रयास सिर्फ़ और सिर्फ़ इस दिशा में केन्द्रित है कि डबल बेंच, सिंगल जज के आदेश को ख़ारिज कर बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा प्रतिशत के आधार क्वॉलिटी पॉंट्स दिए जाने के निर्णय को सही ठहरा दे।
उम्मीद करता हूँ कि संघर्ष के इस दौर में BTC 2013 बैच के अभ्यर्थियों का साथ बना रहेगा।
धन्यवाद।
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