लखनऊ: सीबीएसई में 10वीं और 12वीं की दो महीने तक चलने वाली परीक्षाएं अब एक महीने में खत्म होंगी। बोर्ड ने फैसला किया है कि वर्ष 2018 की परीक्षाएं एक के बजाए दो पाली में कराई जाएं।
महज एक पाली में परीक्षाएं होने के चलते लंबे समय तक एग्जाम चलते थे। बोर्ड ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा जाएगा।
फंस जाता है मूल्यांकन
सीबीएसई खुद मानती है कि परीक्षा में इतना ज्यादा समय लगने की वजह से लाखों छात्रों की कॉपी जांचने में समय लगता है। मूल्यांकन के लिए न तो समय मिल पाता है और न ही शिक्षक। मई में शिक्षक छुट्टियों पर चले जाते हैं और कॉपी जांचने का काम लेट होता है। वहीं सीबीएसई अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इस बार से फरवरी में परीक्षा कराने का प्लान लागू नहीं होगा, बल्कि मार्च में ही परीक्षा कराई जाएंगी। हालांकि, परीक्षा एक के बजाए दो शिफ्ट में कराने का प्रस्ताव है।
नहीं छूटेंगी प्रतियोगी परीक्षाएं
बोर्ड के इस फैसले के बाद छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए रिजल्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अधिकारियों के मुताबकि छह से सात घंटे में 25 उत्तर पुस्तिकाएं ही जांची जाती हैं, जबकि करीब 27 लाख परीक्षार्थी एग्जाम में शामिल होने हैं।• एनबीटी, लखनऊ: अब सीबीएसई स्कूलों के स्टूडेंट्स को देश की संस्कृतियों से रुबरू करवाया जाएगा। इसके लिए सांस्कृतिक दिवस पर 31 अक्टूबर को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’(ईबी-एसबी) स्लोगन के तहत सीबीएसई अपने स्कूलों में मुहिम चलाएगा। इसके तहत साल भर तक स्कूलों में कार्यक्रम करवाए जाएंगे और स्टूडेंट्स को भाषा, इतिहास, संगीत, पर्यटन, नाटक और खान-पान से जुड़ी चीजों की जानकारी दी जाएगी।
वहीं स्कूलों से कहा गया है कि इस मुहिम को शैक्षणिक कार्यक्रम, स्कूल वार्षिक दिवस, गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कर सकते हैं। सीबीएसई ने स्कूलों से कहा है कि ईबी-एसबी के तहत किए गए कार्यक्रम सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाएं। यही नहीं, ईबी एसबी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी शेयर करें।
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महज एक पाली में परीक्षाएं होने के चलते लंबे समय तक एग्जाम चलते थे। बोर्ड ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय को भेजा जाएगा।
फंस जाता है मूल्यांकन
सीबीएसई खुद मानती है कि परीक्षा में इतना ज्यादा समय लगने की वजह से लाखों छात्रों की कॉपी जांचने में समय लगता है। मूल्यांकन के लिए न तो समय मिल पाता है और न ही शिक्षक। मई में शिक्षक छुट्टियों पर चले जाते हैं और कॉपी जांचने का काम लेट होता है। वहीं सीबीएसई अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि इस बार से फरवरी में परीक्षा कराने का प्लान लागू नहीं होगा, बल्कि मार्च में ही परीक्षा कराई जाएंगी। हालांकि, परीक्षा एक के बजाए दो शिफ्ट में कराने का प्रस्ताव है।
नहीं छूटेंगी प्रतियोगी परीक्षाएं
बोर्ड के इस फैसले के बाद छात्रों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने के लिए रिजल्ट का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अधिकारियों के मुताबकि छह से सात घंटे में 25 उत्तर पुस्तिकाएं ही जांची जाती हैं, जबकि करीब 27 लाख परीक्षार्थी एग्जाम में शामिल होने हैं।• एनबीटी, लखनऊ: अब सीबीएसई स्कूलों के स्टूडेंट्स को देश की संस्कृतियों से रुबरू करवाया जाएगा। इसके लिए सांस्कृतिक दिवस पर 31 अक्टूबर को ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’(ईबी-एसबी) स्लोगन के तहत सीबीएसई अपने स्कूलों में मुहिम चलाएगा। इसके तहत साल भर तक स्कूलों में कार्यक्रम करवाए जाएंगे और स्टूडेंट्स को भाषा, इतिहास, संगीत, पर्यटन, नाटक और खान-पान से जुड़ी चीजों की जानकारी दी जाएगी।
वहीं स्कूलों से कहा गया है कि इस मुहिम को शैक्षणिक कार्यक्रम, स्कूल वार्षिक दिवस, गणतंत्र दिवस या स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कर सकते हैं। सीबीएसई ने स्कूलों से कहा है कि ईबी-एसबी के तहत किए गए कार्यक्रम सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाएं। यही नहीं, ईबी एसबी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी शेयर करें।
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