अमर उजाला ब्यूरो हाथरस। शासन के आदेश के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में गठित टीम ने सोमवार को फिर शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की। जांच में सत्यापन के बाद 11 शिक्षकों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र पाए गए। जबकि 12 शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र कूट रचित पाए गए हैं।
बीएसए रेखा सुमन ने सभी 23 शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में बीएसए ने शासन को भी अपनी रिपोर्ट भेज दी है। इन शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रेखा सुमन ने बताया कि उनके कार्यालय में सत्यापन के दौरान पाए गए फर्जी शिक्षकों में प्रेरणा शर्मा, ममता कुमारी राजपूत, राजेंद्र सिंह छोंकर, रविंद्र कुमार, शैलेष बंसल, आनंद कुमार, सर्वेश चतुर्वेदी, सीमा देवी, हरिओम, बिजेंद्र शर्मा, शशि सिंह है। जबकि 12 ऐसे भी शिक्षक हैं, जिनके शैक्षिक प्रमाण पत्र कूट रचित पाए गए हैं। इनकी कूट रचना के बारे में अभी विभाग द्वारा आगे और जांच की जाएगी।
विभाग ने इसके साथ ही अब तक 65 शिक्षकों के पूर्व में ही फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र होने का सत्यापन पूर्ण कर लिया था। विभाग ने इनको पूर्व में ही नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इनमें से जिन शिक्षकों ने भी अपने स्पष्टीकरण भेजे हैं, विभाग उनके स्पष्टीकरण का भी गंभीरता से सत्यापन करेगा। जिससे किसी भी निर्दोष शिक्षक के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई न हो सके। विभाग ने इस दौरान चार शिक्षकों का रिकॉर्ड उपलब्ध न होने की भी जानकारी दी है। विभाग को अंदेशा है कि यह शासन की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति का लाभ उठाकर किसी अन्य जिले में भी जा सकते हैं। लेकिन इनके बारे में विभाग की जांच पड़ताल लगातार जारी है।
- शासन के आदेश पर लगातार जांच की जा रही है। सोमवार को जांच में 11 शिक्षकों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र होने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 12 के शैक्षिक प्रमाण पत्र कूट रचित पाए गए हैं। इन सभी को वेतन रोककर इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। शासन को भी रिपोर्ट भेजी गई है।
- रेखा सुमन, बीएसए
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बीएसए रेखा सुमन ने सभी 23 शिक्षकों के वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं। इस संबंध में बीएसए ने शासन को भी अपनी रिपोर्ट भेज दी है। इन शिक्षकों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी रेखा सुमन ने बताया कि उनके कार्यालय में सत्यापन के दौरान पाए गए फर्जी शिक्षकों में प्रेरणा शर्मा, ममता कुमारी राजपूत, राजेंद्र सिंह छोंकर, रविंद्र कुमार, शैलेष बंसल, आनंद कुमार, सर्वेश चतुर्वेदी, सीमा देवी, हरिओम, बिजेंद्र शर्मा, शशि सिंह है। जबकि 12 ऐसे भी शिक्षक हैं, जिनके शैक्षिक प्रमाण पत्र कूट रचित पाए गए हैं। इनकी कूट रचना के बारे में अभी विभाग द्वारा आगे और जांच की जाएगी।
विभाग ने इसके साथ ही अब तक 65 शिक्षकों के पूर्व में ही फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र होने का सत्यापन पूर्ण कर लिया था। विभाग ने इनको पूर्व में ही नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इनमें से जिन शिक्षकों ने भी अपने स्पष्टीकरण भेजे हैं, विभाग उनके स्पष्टीकरण का भी गंभीरता से सत्यापन करेगा। जिससे किसी भी निर्दोष शिक्षक के खिलाफ कोई विभागीय कार्रवाई न हो सके। विभाग ने इस दौरान चार शिक्षकों का रिकॉर्ड उपलब्ध न होने की भी जानकारी दी है। विभाग को अंदेशा है कि यह शासन की अंतर्जनपदीय स्थानांतरण नीति का लाभ उठाकर किसी अन्य जिले में भी जा सकते हैं। लेकिन इनके बारे में विभाग की जांच पड़ताल लगातार जारी है।
- शासन के आदेश पर लगातार जांच की जा रही है। सोमवार को जांच में 11 शिक्षकों के फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र होने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि 12 के शैक्षिक प्रमाण पत्र कूट रचित पाए गए हैं। इन सभी को वेतन रोककर इनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। शासन को भी रिपोर्ट भेजी गई है।
- रेखा सुमन, बीएसए
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