आगरा। सरकारी स्कूलों में बच्चों की शिक्षा का स्तर
बढ़ाने के लिए पहल की जा रही है। परिषदीय विद्यालयों में इंग्लिश मीडियम की
पढ़ाई की कार्य योजना शुरू होने जा रही है। एक अप्रैल से नए सत्र में शुरू
होने के लिए आगरा जनपद में 75 सरकारी स्कूलों में इंग्लिश मीडियम पढ़ाई कराई जाएगी।
अब सरकारी स्कूलों में बच्चे पढ़ सकेंगे इंग्लिश
अब
आगरा जनपद के प्राइमरी स्कूलों में बच्चे इंग्लिश मीडियम से पढ़ाई कर
सकेंगे। आगरा जनपद में 3976 स्कूल हैं। यहां तकरीबन 13 हजार बच्चे शिक्षा
ग्रहण करते हैं। इस साल करीब 80 अंग्रेजी स्कूल खोले जाएंगे। परिषदीय
स्कूलों में एक ओर जहां नगर क्षेत्र में 217 शिक्षकों की तैनाती है। वहीं
इंग्लिश मीडियम की पढ़ाई के लिए महज एक शिक्षक ने रुचि दिखाई। गौरतलब है कि
आगरा जनपद में 15 ब्लॉक हैं, जिनमें हर ब्लॉक में पांच स्कूल अंग्रेजी
माध्यम के होंगे। बीएसए अर्चना गुप्ता का कहना है कि अंग्रेजी माध्यम से
संचालित होने वाले स्कूलों में शिक्षकों को समायोजित करने की प्रक्रिया चल
रही है। शिक्षकों को लिखित परीक्षा कराने के बाद उनके इंटरव्यू लिए गए।
बताया गया है कि स्कूल में पांच शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। स्कूलों में
शिक्षकों के आवेदन मांगे गए थे लेकिन, महज 250 शिक्षकों ने आवेदन किया था।
वहीं नगर क्षेत्र के लिए महज एक शिक्षक ने आवेदन किया था। ऐसे में सौ
शिक्षकों की कमी इन स्कूलों में पहले ही देखने को मिलेगी। बेसिक शिक्षा का
शैक्षिक सत्र 2018-19 एक अप्रैल से शुरू होना है।
पहले मूलभूत सुविधाएं दे सरकार
प्राथमिक शिक्षक संघ
के नगर मंत्री राजीव वर्मा का कहना है कि सभी परिषदीय विद्यालयों में
बच्चों को अंग्रेजी की शिक्षा प्रदान कराई जा रही है। इंग्लिश मीडियम स्कूल
खोलने से पहले बुनियादी जरूरतों को पूरा करना जरूरी है। जनपद के स्कूलों
में बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। शौचालय नहीं है।
स्कूलों में बिजली नहीं है। मूलभूत सुविधाएं देने के बाद वर्तमान में
संचालित होने वाले स्कूलों का स्तर कांवेंट स्कूल जैसा हो सकता है।
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