शिक्षक बनने के लिए करना पड़ेगा चार साल का बीएड, एनसीटीई ने किए बड़े बदलाव

बरेली। देश में टीचर एजूकेशन को लेकर राष्ट्रीय शिक्षा परिषद (एनसीटीई) बड़ा बदलाव करने जा रही है। अब बेसिक स्कूलों औ माध्यमिक स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए सिर्फ बीएड कोर्स करना होगा। इसके लिए अब अलग से कोर्स करने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी।

जानकारी के अनुसार, इसके लिए बीएड कोर्स में भी बदलाव किया जा रहा है। अब बीएड कोर्स दो साल का नहीं बल्कि चार साल का करना होगा। बता दें कि शैक्षिक सत्र 2019-20 में इस व्यवस्था को लागू कर दिया जायेगा। हाल में एनसीटीई की एक बैठक में इस बदलाब के लिए कमेटी मोहर लगा चुकी है। नेशनल कमेटी के चेयरमैन और वर्तमान रुहेलखण्ड यूनिवर्सिटी के कुलपति अनिल शुक्ल है।

सूबे में अभी तक टीचर बनने के लिए बीटीसी या बीएड डिग्री जैसे विकल्प है जिसके द्वारा बेसिक स्कूल का टीचर बना जा सकता है। लेकिन अब टीचर बनने के लिए सूबे में मात्र एक ही विकल्प रहेगा वह बीएड होगा। साइंस स्टूडेंट के बीएड साइंस, आर्ट स्टूडेंट के आर्ट बीएड होगा। इसी तरह प्राईमरी स्कूल का टीचर बनने के लिए अलग से बीएड होगा। कमेटी के चेयरमैन अनिल शुक्ल ने बताया कि बीएड कोर्स चार साल का होने जा रहा है। प्रस्ताव पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद पूरे देश में इसे लागू कर दिया जाएगा।