अंतरजनपदीय तबादले से एकल हुए विद्यालय

देवरिया : जनपद के करीब 100 से अधिक परिषदीय विद्यालय शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले से एकल हो गए हैं। इन विद्यालयों में पठन-पाठन व्यवस्था चौपट हो गई है।
कई विद्यालयों में ताला बंद होने की नौबत आ गई है। जनपद से 179 शिक्षकों का अंतरजनपदीय तबादला हुआ है, जबकि 79 शिक्षक ही जनपद में अंतरजनपदीय तबादले में आए हैं। ऐसे में पठन-पाठन व्यवस्था को पटरी पर लाना आसान नहीं होगा।
जनपद के सभी 1877 प्राथमिक व 738 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सवा दो लाख छात्र-छात्राओं का नामांकन है। इन विद्यालयों में पठन-पाठन व्यवस्था को बेहतर बनाना किसी चुनौती से कम नहीं है। अभी तक इन विद्यालयों में न तो निश्शुल्क किताबें, ड्रेस, जूते-मोजे उपलब्ध हो पाए और न ही पठन-पाठन का माहौल बन पाया है। इसकी वजह शिक्षकों की कमी बताई जा रही है। पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की संख्या के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती है, लेकिन समायोजित शिक्षकों का समायोजन रद होने के बाद शिक्षामित्र के रूप में कार्य करने से शिक्षकों की कमी हो गई है। अंतरजनपदीय तबादले के तहत जनपद के 179 शिक्षक दूसरे जनपदों में चले गए, जबकि दूसरे जनपदों से महज 79 शिक्षक ही आए हैं। इसके कारण करीब सभी 16 ब्लाकों में 100 से अधिक विद्यालय एकल हो गए हैं। बरहज में 36, रामपुर कारखाना में 14, तरकुलवा में 31 विद्यालय एकल हुए हैं। इसके अलावा भटनी, भाटपाररानी, सलेमपुर, लार, भागलपुर, भलुअनी, पथरदेवा, गौरीबाजार, देसही देवरिया, रुद्रपुर, बैतालपुर में भी शिक्षकों की कमी से कई विद्यालय एकल हो गए हैं। बरहज के इमिलिया डीह, मंहुई कुबेर, भरसड़ा, नंदुआ, नदुआ छपरा समेत एकल विद्यालयों में पठन-पाठन को बेहतर करना चुनौती है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की तरफ से सभी विकास खंडों के बीईओ से इसकी रिपोर्ट मांगी गई है। कुछ ब्लाकों से रिपोर्ट प्राप्त हो गई है, जबकि कुछ के आने का इंतजार है।


इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार देव पांडेय ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर 79 शिक्षकों को प्रतिस्थापन करके एकल विद्यालयों को संतृप्त कर लिया जाएगा। पठन-पाठन व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त किया जाएगा।