... तो कैसे हो रहा 16 विद्यालयों में पठन-पाठन

जिले में किस प्रकार शिक्षा का स्तर सुधारा जा रहा है। इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सहसवान क्षेत्र के 16 परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन की जिम्मेदारी दो सहायक अध्यापकों और 16 शिक्षामित्रों के भरोसे है।
हैरत की बात तो यह है कि डीएम समेत कई विभागीय अधिकारियों ने कई बार क्षेत्र के इन विद्यालयों का निरीक्षण भी किया पर हर बार आश्वासन के अलावा कुछ हाथ नही लगा। विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा होने के कारण नौनिहालों का भविष्य भगवान भरोसे ही है।
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मिड डे मील कब मिला बच्चों को नहीं पता
पिछले माह विभागीय अधिकारियों ने इन विद्यालयों की ओर रुख किया तो बच्चों से सवाल किया गया कि मिडे डे मील बन रहा है तो बच्चों ने दो टूक जवाब दिया कि याद नहीं है। हैैरत की बात तो यह है कि घोर अनियमितताएं मिलने के बाद भी विभागीय अधिकारियों की नींद नही खुली। कई बार शिक्षकों ने भी उच्चाधिकारियों से वैकल्पिक व्यवस्था करने की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
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शिक्षक विहिन विद्यालयों की सूची कन्या प्राथमिक विद्यालय, बजरिया। बालक प्राथमिक विद्यालय, मुहल्ला काजी। कन्या प्राथमिक विद्यालय, सैफुल्लागंज। बालक प्राथमिक विद्यालय, चाहशीरी। बालक प्राथमिक विद्यालय, पट्टी यकीन मोहम्मद। कन्या प्राथमिक विद्यालय, मोहद्दीनपुर। बालक प्राथमिक विद्यालय, मोहद्दीनपुर। कन्या प्राथमिक विद्यालय, अकबराबाद। बालक प्राथमिक विद्यालय, सैफुल्लांगज। बालक प्राथमिक विद्यालय, नवादा। बालक प्राथमिक विद्यालय, पठानटोला। कन्या प्राथमिक विद्यालय, काजी। बालक प्राथमिक विद्यालय, अकबराबाद। कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय, काजी। कन्या उच्च प्राथमिक विद्यालय, नगर पालिका। कन्या प्राथमिक विद्यालय, शाहबाजपुर। -----------------
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मामला मेरे संज्ञान में है। शासन को इस बाबत पत्र भेजा गया है। शासन स्तर से कोई आदेश मिलने के बाद शिक्षकों की तैनाती की जाएगी। हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। - राममूरत, डीआईओएस/बीएसए।