केवल 38.5 फीसद को उत्तीर्ण घोषित किया गया है। एग्जामिनेशन रेगुलेटरी अथॉरिटी (ईआरए) ने यह घोषणा की है। कुल 68500 पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा हुई थी। प्रदेश भर के सरकारी प्राइमरी स्कूल में अध्यापकों की नियुक्ति की जानी है। 1.25 लाख अभ्यर्थियों में से केवल 41556 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है।
इस वजह से 26944 पद अभी भी खाली पड़े हैं। इसकी वजह प्रदेश में योग्य शिक्षकों की कमी बताई जा रही है। अथ्यर्थी उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग की ऑफिशल वेबसाइट पर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
ईआरए के रिकॉर्ड के आधार पर बताया गया है कि कुल 1.25 लाख अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 1.07 अभ्यर्थियों ने ही परीक्षा दी थी और मात्र 41556 अभ्यर्थियों ने परीक्षा पास की है। वेबसाइट पर रिजल्ट 30 अगस्त तक रहेंगे। यह परीक्षा 27 मई को उत्तर प्रदेश के 248 सेंटरों पर कराई गई थी। परीक्षा में सीसीटीवी कैमरों के अलावा यूपी की स्पेशल टास्क फोर्स ने लगातार निगरानी रखी थी।
मेरिट का निर्धारण एग्जाम में प्राप्त नंबरों का 60 फीसदी और 10वीं, 12वीं और ग्रेजुएट की परीक्षा के रिजल्ट का 10 फीसदी लेकर कंपाइल किया जाता है।