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सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए जारी लिखित परीक्षा के परिणाम ने राज्य
सरकार की चिंता बढ़ा दी है। लिखित परीक्षा में महज 38.52 फीसदी अभ्यर्थियों
के उत्तीर्ण होने से 26944 पद रिक्त रह जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग कटऑफ कम कराने के लिए हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की तैयारी कर रहा है।
विभागीय अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर जल्द ही टीईटी 2018 का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद मौजूदा परीक्षा में रिक्त रहे पदों को शामिल करते हुए सहायक अध्यापकों की नई भर्ती निकाली जाएगी।
प्रभात कुमार का कहना है कि र्हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर बताया जाएगा कि कटऑफ अधिक होने से पद रिक्त रह गए हैं। लिहाजा सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ मार्क्स 45 के बजाय 40 प्रतिशत और एससी-एसटी के लिए 40 के बजाय 35 फीसदी करने की मंजूरी दी जाए। इसके बावजूद अगर पद रिक्त रहेंगे तो सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ 33 और एससी-एसटी के लिए 30 प्रतिशत निर्धारित करने का अनुरोध किया जाएगा।
हाईकोर्ट ने नहीं दी थी कटऑफ कम करने को मंजूरी
बेसिक शिक्षा विभाग ने सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ मार्क्स 45 के स्थान पर 33 प्रतिशत और एससी-एसटी के लिए 40 के स्थान पर 30 प्रतिशत की थी।
अभ्यर्थियों ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी। इस पर कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद कटऑफ कम करने को गलत कहा था। साथ ही विभाग को मूल आदेश के अनुरूप ही कटऑफ मार्क्स निर्धारित कर परिणाम जारी करने का आदेश दिया था।
तो 95 हजार सहायक अध्यापकों की होगी भर्ती
बेसिक शिक्षा विभाग ने इस वर्ष नवंबर में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराकर जनवरी से मार्च 2019 के बीच 68,500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराने की तैयारी की थी। इस वर्ष की लिखित परीक्षा में रिक्त रहे पदों को शामिल करने पर अगले वर्ष 95 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की जा सकती है।
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा प्रभात कुमार का कहना है कि सहायक अध्यापक भर्ती लिखित परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है। जो अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं, वे शिक्षक नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन की तैयारी शुरू कर दें।
बेसिक शिक्षा विभाग कटऑफ कम कराने के लिए हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की तैयारी कर रहा है।
विभागीय अपर मुख्य सचिव प्रभात कुमार ने बताया कि हाईकोर्ट से राहत नहीं मिलने पर जल्द ही टीईटी 2018 का आयोजन किया जाएगा। उसके बाद मौजूदा परीक्षा में रिक्त रहे पदों को शामिल करते हुए सहायक अध्यापकों की नई भर्ती निकाली जाएगी।
प्रभात कुमार का कहना है कि र्हाईकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर कर बताया जाएगा कि कटऑफ अधिक होने से पद रिक्त रह गए हैं। लिहाजा सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ मार्क्स 45 के बजाय 40 प्रतिशत और एससी-एसटी के लिए 40 के बजाय 35 फीसदी करने की मंजूरी दी जाए। इसके बावजूद अगर पद रिक्त रहेंगे तो सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ 33 और एससी-एसटी के लिए 30 प्रतिशत निर्धारित करने का अनुरोध किया जाएगा।
हाईकोर्ट ने नहीं दी थी कटऑफ कम करने को मंजूरी
बेसिक शिक्षा विभाग ने सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में सामान्य व ओबीसी के लिए कटऑफ मार्क्स 45 के स्थान पर 33 प्रतिशत और एससी-एसटी के लिए 40 के स्थान पर 30 प्रतिशत की थी।
अभ्यर्थियों ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी। इस पर कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया शुरू होने के बाद कटऑफ कम करने को गलत कहा था। साथ ही विभाग को मूल आदेश के अनुरूप ही कटऑफ मार्क्स निर्धारित कर परिणाम जारी करने का आदेश दिया था।
तो 95 हजार सहायक अध्यापकों की होगी भर्ती
बेसिक शिक्षा विभाग ने इस वर्ष नवंबर में शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) कराकर जनवरी से मार्च 2019 के बीच 68,500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा कराने की तैयारी की थी। इस वर्ष की लिखित परीक्षा में रिक्त रहे पदों को शामिल करने पर अगले वर्ष 95 हजार से अधिक पदों पर भर्ती की जा सकती है।
अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा प्रभात कुमार का कहना है कि सहायक अध्यापक भर्ती लिखित परीक्षा का परिणाम जारी हो गया है। जो अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं, वे शिक्षक नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन की तैयारी शुरू कर दें।