यूपी टीईटी 2018 के तहत सूबे में होने वाली शिक्षकों भर्ती में सरकार ने बड़ा फेरबदल किया है. इस फेरबदल से शिक्षक बनने का सपना देख रहे हजारों उम्मीदवारों के सपनों पर पानी फिर सकता है.
दरअसल, सरकार ने फैसला किया है कि सूबे में अब 97 हजार नहीं बल्कि 86,500 शिक्षकों की ही भर्ती यूपी टीईटी 2018 परीक्षा के परिणामों के आधार पर की जाएगी.
बता दें कि अगले महीने से प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के आवेदन लिए जाने हैं, लेकिन इस भर्ती में रिक्तियों की संख्या को लेकर निर्णय लिया जा चुका है. हालांकि रिक्तियों की संख्या पर अंतिम निर्णय सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ही लेंगे.
बता दें कि बीते 4 सितम्बर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटते हुए ऐलान किया था कि 97 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, लेकिन अब रिक्तियों की संख्या कम करने की बात सामने आ रही है.
बता दें कि, यूपी में 68,500 शिक्षक भर्ती में होने वाली गड़बड़ियों और इसके बाद हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश के बाद सरकार ने रिक्तियों की संख्या पर पुनर्विचार किया है. 97,000 शिक्षक भर्ती में लगभग 27,000पद पहले से चल रही भर्ती में रिक्त रह गये थे, लेकिन चालू भर्ती पर उठ रहे सवालों और गड़बड़ियों के बाद राज्य सरकार नई भर्ती को विवादों में नहीं फंसाना चाहती.
बता दें कि शिक्षक भर्ती के लिए 11 से 25 दिसंबर तक पंजीकरण करवाया जाएगा और 6 जनवरी को इसकी लिखित परीक्षा का आयोजन होगा. इस परीक्षा में सफल उम्मीदवार ही शिक्षक भर्ती में भाग ले सकेंगे.
दरअसल, सरकार ने फैसला किया है कि सूबे में अब 97 हजार नहीं बल्कि 86,500 शिक्षकों की ही भर्ती यूपी टीईटी 2018 परीक्षा के परिणामों के आधार पर की जाएगी.
बता दें कि अगले महीने से प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक भर्ती के आवेदन लिए जाने हैं, लेकिन इस भर्ती में रिक्तियों की संख्या को लेकर निर्णय लिया जा चुका है. हालांकि रिक्तियों की संख्या पर अंतिम निर्णय सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ही लेंगे.
बता दें कि बीते 4 सितम्बर को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटते हुए ऐलान किया था कि 97 हजार शिक्षकों की भर्ती की जाएगी, लेकिन अब रिक्तियों की संख्या कम करने की बात सामने आ रही है.
बता दें कि, यूपी में 68,500 शिक्षक भर्ती में होने वाली गड़बड़ियों और इसके बाद हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश के बाद सरकार ने रिक्तियों की संख्या पर पुनर्विचार किया है. 97,000 शिक्षक भर्ती में लगभग 27,000पद पहले से चल रही भर्ती में रिक्त रह गये थे, लेकिन चालू भर्ती पर उठ रहे सवालों और गड़बड़ियों के बाद राज्य सरकार नई भर्ती को विवादों में नहीं फंसाना चाहती.
बता दें कि शिक्षक भर्ती के लिए 11 से 25 दिसंबर तक पंजीकरण करवाया जाएगा और 6 जनवरी को इसकी लिखित परीक्षा का आयोजन होगा. इस परीक्षा में सफल उम्मीदवार ही शिक्षक भर्ती में भाग ले सकेंगे.