पहली शिक्षक भर्ती में चयनित होने के बाद भी बहुत से अभ्यर्थी आगामी शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन करने को मजबूर हैं. इसकी वजह है बेसिक शिक्षा परिषद की
तरफ से उनको अब तक नियुक्ति न दिया जाना. दूसरी शिक्षक भर्ती परीक्षा में
आवेदन की अंतिम तिथि में सिर्फ 10 दिन ही बाकी हैं और अभी तक पहली भर्ती की
कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन का काम तक पूरा नहीं हो पाया है.
बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के 68500 पदों के लिए 27 मई को हुई भर्ती परीक्षा से जुड़ी जांच रिपोर्ट 5 अक्टूबर को सार्वजनिक कर दी गई. इस जांच में सामने आया कि कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो परीक्षा में उत्तीर्ण थे लेकिन परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने उनको फेल दिखा दिया था. ऐसे 45 अभ्यर्थियों का संशोधित रिजल्ट जारी करके बेसिक शिक्षा परिषद को भेजा गया. जिससे इन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग पूरी करके नियुक्ति दी जा सके. लेकिन पात्र होने के बावजूद 2 महीने बाद भी इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली.
इतना ही नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने दावा किया था कि दूसरी भर्ती परीक्षा के पंजीकरण खत्म होने से पहले ही पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की कॉपियों की जांच का काम भी पूरा हो जाएगा. करीब 31 हजार कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन का काम अब तक जारी है. सूत्रों की मानें तो पंजीकरण के पहले यह पूरा होना मुश्किल है. संभव है कि पुनर्मूल्यांकन के बाद कुछ और अभ्यर्थी सामने आएंगे जो पास होने के बावजूद फेल दिखाए गए हों. विभाग की लेटलतीफी की वजह से असमंजस की स्थिति बरकरार है और चयनित अभ्यर्थी भी दोबारा शिक्षक भर्ती के आवेदन कर रहे हैं.
बेसिक शिक्षा विभाग में सहायक अध्यापक के 68500 पदों के लिए 27 मई को हुई भर्ती परीक्षा से जुड़ी जांच रिपोर्ट 5 अक्टूबर को सार्वजनिक कर दी गई. इस जांच में सामने आया कि कई ऐसे अभ्यर्थी हैं, जो परीक्षा में उत्तीर्ण थे लेकिन परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने उनको फेल दिखा दिया था. ऐसे 45 अभ्यर्थियों का संशोधित रिजल्ट जारी करके बेसिक शिक्षा परिषद को भेजा गया. जिससे इन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग पूरी करके नियुक्ति दी जा सके. लेकिन पात्र होने के बावजूद 2 महीने बाद भी इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली.
इतना ही नहीं बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने दावा किया था कि दूसरी भर्ती परीक्षा के पंजीकरण खत्म होने से पहले ही पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की कॉपियों की जांच का काम भी पूरा हो जाएगा. करीब 31 हजार कॉपियों के पुनर्मूल्यांकन का काम अब तक जारी है. सूत्रों की मानें तो पंजीकरण के पहले यह पूरा होना मुश्किल है. संभव है कि पुनर्मूल्यांकन के बाद कुछ और अभ्यर्थी सामने आएंगे जो पास होने के बावजूद फेल दिखाए गए हों. विभाग की लेटलतीफी की वजह से असमंजस की स्थिति बरकरार है और चयनित अभ्यर्थी भी दोबारा शिक्षक भर्ती के आवेदन कर रहे हैं.