शिक्षकों-प्रधानाचार्यों के 10261 पद खाली, चुनाव तक टली भर्ती

आम चुनाव की घोषणा के साथ ही बेरोजगारों के शिक्षक बनने का इंतजार बढ़ गया है। प्रदेश के 4531 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के वर्तमान में 10 हजार से अधिक पद खाली हैं लेकिन इनकी भर्ती के लिए विज्ञापन जारी नहीं हो सका है। चुनाव की घोषणा के कारण अब मई अंत तक नई नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकेगी। .


उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने एक व दो मार्च को प्रवक्ता भर्ती 2016 जबकि आठ व नौ मार्च को प्रशिक्षित स्नातक भर्ती 2016 के लिए लिखित परीक्षा कराई है। इसके अलावा प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) के 6172 और प्रवक्ता (पीजीटी) के 953 खाली पदों की सूचना चयन बोर्ड को मिल चुकी है लेकिन चयन बोर्ड की ओर से विज्ञापन जारी नहीं हो रहा।.

सबसे खराब स्थिति प्रधानाचार्य भर्ती की है। एडेड कॉलेजों में प्रधानाचार्यों व प्रधानाध्यापकों के कुल 4512 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 3136 (70 प्रतिशत) खाली हैं। 1376 स्कूलों में ही नियमित प्रधानाचार्य कार्यरत हैं। अन्य स्कूलों में कार्यवाहक प्रधानाचार्यों से ही काम चलाया जा रहा है। हालत यह है कि चयन बोर्ड पिछले सात सालों से एक भी प्रधानाचार्य की नियुक्ति नहीं कर सका है। चयन बोर्ड ने जुलाई 2011 में प्रधानाचार्यों के 900 से अधिक पदों पर विज्ञापन जारी किया था। कानपुर मंडल को छोड़कर सभी मंडलों के साक्षात्कार भी हो चुके हैं लेकिन कानूनी अड़चनों के कारण परिणाम घोषित नहीं हो सका है। 2013 में जारी प्रधानाचार्यों के 500 से अधिक पदों पर अब तक साक्षात्कार नहीं करवा सका है।.

' सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में नियुक्ति के लिए बढ़ा इंतजार.

' टीजीटी के 6172, पीजीटी के 953, प्रधानाचार्य के 3136 पद खाली.

प्रयागराज। जिले के 45 परिषदीय स्कूलों की बाउंड्री निर्माण का काम भी चुनाव की घोषणा के कारण रुकेगा। दो दिन पहले बाउंड्री निर्माण के लिए तकरीबन दो करोड़ रुपये जारी हुए हैं। जिला स्तर पर संस्था का चयन कर निर्माण करवाना है। लेकिन चुनाव के दौरान यह काम पूरा होना मुश्किल है।.