जागरण संवाददाता, चंदौली : सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती समेत छह
सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के सदस्यों
ने गुरुवार को मुख्यालय पर जुलूस निकाला। शासन-प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप
लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
कलेक्ट्रेट पहुंच मुख्यमंत्री के नाम पत्रक अपर जिलाधिकारी बच्चालाल को सौंपकर गुहार लगाई। चेताया कि यदि उपेक्षा जारी रही तो उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे।
शिक्षामित्रों ने पूर्व की भांति नियमितीकरण कर सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती, सहायक अध्यापकों के वेतन के समक्ष मानदेय देने, नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षामित्रों की 19 वर्ष की सीमा का अंकन कर नियमित करने, टीईटी पास शिक्षामित्रों के लिए सहायक अध्यापक परीक्षा में कटऑफ शून्य करते हुए नियुक्त करने, समायोजन रद होने के बावजूद जो शिक्षामित्र अभी तक समायोजन वाले विद्यालयों में तैनात हैं, उन्हें मूल विद्यालयों में तैनाती देने की मांग की। कहा समायोजन रद होने के बाद मानदेय कम हो गया, लेकिन शिक्षामित्रों को दूरस्थ स्कूलों में जाकर शिक्षण कार्य करना पड़ रहा है। ऐसे में उनको तत्काल मूल विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। कहा प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था जब बेपटरी हो गई तो सरकार ने शिक्षामित्रों की नियुक्ति की। शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन हो गया था, लेकिन न्यायालय के निर्णय के बाद सरकार ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद कर दिया। इसके बाद शिक्षामित्र मात्र 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय में पढ़ाने को मजबूर हैं। ऐसे में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की अलख जगाने वाले शिक्षामित्रों की सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती की जानी चाहिए। जुलूस में भूपेंद्र कुमार सिंह, इंद्रजीत यादव, राजेश कुमार सिंह, संगीता सिंह, श्यामदुलारी, चिता कुमारी, देवानंद, अजीत तिवारी, नीरज सिंह, सीमा यादव, रमेश कुमार चौहान, प्रमिला देवी, सतीश कुमार यादव, राजेश कुमार शामिल थे।
कलेक्ट्रेट पहुंच मुख्यमंत्री के नाम पत्रक अपर जिलाधिकारी बच्चालाल को सौंपकर गुहार लगाई। चेताया कि यदि उपेक्षा जारी रही तो उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे।
शिक्षामित्रों ने पूर्व की भांति नियमितीकरण कर सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती, सहायक अध्यापकों के वेतन के समक्ष मानदेय देने, नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षामित्रों की 19 वर्ष की सीमा का अंकन कर नियमित करने, टीईटी पास शिक्षामित्रों के लिए सहायक अध्यापक परीक्षा में कटऑफ शून्य करते हुए नियुक्त करने, समायोजन रद होने के बावजूद जो शिक्षामित्र अभी तक समायोजन वाले विद्यालयों में तैनात हैं, उन्हें मूल विद्यालयों में तैनाती देने की मांग की। कहा समायोजन रद होने के बाद मानदेय कम हो गया, लेकिन शिक्षामित्रों को दूरस्थ स्कूलों में जाकर शिक्षण कार्य करना पड़ रहा है। ऐसे में उनको तत्काल मूल विद्यालयों में स्थानांतरित किया जाना चाहिए। कहा प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था जब बेपटरी हो गई तो सरकार ने शिक्षामित्रों की नियुक्ति की। शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन हो गया था, लेकिन न्यायालय के निर्णय के बाद सरकार ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद कर दिया। इसके बाद शिक्षामित्र मात्र 10 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय में पढ़ाने को मजबूर हैं। ऐसे में उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की अलख जगाने वाले शिक्षामित्रों की सहायक अध्यापक के पद पर तैनाती की जानी चाहिए। जुलूस में भूपेंद्र कुमार सिंह, इंद्रजीत यादव, राजेश कुमार सिंह, संगीता सिंह, श्यामदुलारी, चिता कुमारी, देवानंद, अजीत तिवारी, नीरज सिंह, सीमा यादव, रमेश कुमार चौहान, प्रमिला देवी, सतीश कुमार यादव, राजेश कुमार शामिल थे।