प्रयागराज। नया साल शहर के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है। पिछले वर्ष
दिव्य और भव्य कुम्भ के आयोजन से प्रयागराज को बहुत कुछ मिला। स्वास्थ्य,
शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में भी कई सौगातें मिलने की उम्मीद है। बेहतरी
की इन्हीं उम्मीदों पर पेश है
ये रिपोर्ट...
इविवि को मिलेंगे 558 नए शिक्षक
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी अब दूर होने की उम्मीद नजर आ रही है। नए साल 2020 में इविवि के विभिन्न विभागों में 558 नये शिक्षकों की नियुक्ति होगी। एचआरडी मंत्रालय से शिक्षक भर्ती पर रोक हटने के बाद इविवि प्रशासन ने शिक्षक भर्ती के लिए नोटिफिकेशन की तैयारी शुरू कर दी है। आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग के लिए यूजीसी की ओर से जुलाई 2018 में जो आदेश जारी किए गए थे, उसी के मुताबिक प्रोफेसर के 66, एसोसिएट प्रोफेसर के 156 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 336 पदों के लिए मिले आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग की जाएगी।
एडीसी में 119 पदों पर भर्ती
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में सर्वाधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। क्योंकि वर्ष 2018 में कॉलेज में नये शिक्षकों की भर्ती नहीं हो सकी जबकि अन्य कॉलेजों कुछ विभागों में शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है। एडीसी में शिक्षकों के 119 पद रिक्त हैं। रिक्त पदों के सापेक्ष जल्द ही विज्ञापन होंगे। वहीं राजर्षि टंडन गल्र्स डिग्री कॉलेज में भी शिक्षक भर्ती नहीं हो सकी है। वहां भी आठ पदों पर भर्ती होगी।
76 पदों पर होगी शिक्षक भर्ती
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैय्या) विश्वविद्यालय (पीआरएसयू) में शिक्षकों के 76 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के 19-19 तथा असिस्टेंट प्रोफेसर के 38 पदों के लिए 22 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए हैं। उम्मीद है कि नए साल 2020 के जनवरी में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
शिक्षक भर्ती को होगा इंटरव्यू
एमएनएनआईटी में शिक्षक भर्ती के 108 पदों के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। उम्मीद है कि जनवरी में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए इंटरव्यू प्रारंभ हो जाएगा।
69000 सहायक अध्यापक भर्ती पूरी होने की आस
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती भी नए साल में पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 6 जनवरी 2019 को हुई थी। उसमें टीईटी/सीटीईटी पास 4.10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लेकिन कटऑफ को लेकर विवाद पैदा हो गया जो हाईकोर्ट में लंबित है। बेरोजगार सरकार से उम्मीद लगा रहे हैं कि इस मामले की प्रभावी पैरवी करते हुए नियुक्ति का रास्ता साफ करेगी।
ये रिपोर्ट...
इविवि को मिलेंगे 558 नए शिक्षक
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की कमी अब दूर होने की उम्मीद नजर आ रही है। नए साल 2020 में इविवि के विभिन्न विभागों में 558 नये शिक्षकों की नियुक्ति होगी। एचआरडी मंत्रालय से शिक्षक भर्ती पर रोक हटने के बाद इविवि प्रशासन ने शिक्षक भर्ती के लिए नोटिफिकेशन की तैयारी शुरू कर दी है। आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग के लिए यूजीसी की ओर से जुलाई 2018 में जो आदेश जारी किए गए थे, उसी के मुताबिक प्रोफेसर के 66, एसोसिएट प्रोफेसर के 156 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 336 पदों के लिए मिले आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग की जाएगी।
एडीसी में 119 पदों पर भर्ती
इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में सर्वाधिक शिक्षकों के पद रिक्त हैं। क्योंकि वर्ष 2018 में कॉलेज में नये शिक्षकों की भर्ती नहीं हो सकी जबकि अन्य कॉलेजों कुछ विभागों में शिक्षकों की भर्ती हो चुकी है। एडीसी में शिक्षकों के 119 पद रिक्त हैं। रिक्त पदों के सापेक्ष जल्द ही विज्ञापन होंगे। वहीं राजर्षि टंडन गल्र्स डिग्री कॉलेज में भी शिक्षक भर्ती नहीं हो सकी है। वहां भी आठ पदों पर भर्ती होगी।
76 पदों पर होगी शिक्षक भर्ती
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैय्या) विश्वविद्यालय (पीआरएसयू) में शिक्षकों के 76 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो गई है। प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर के 19-19 तथा असिस्टेंट प्रोफेसर के 38 पदों के लिए 22 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए हैं। उम्मीद है कि नए साल 2020 के जनवरी में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
शिक्षक भर्ती को होगा इंटरव्यू
एमएनएनआईटी में शिक्षक भर्ती के 108 पदों के लिए आवेदन लिए जा चुके हैं। आवेदन पत्रों की स्क्र्रींनग प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। उम्मीद है कि जनवरी में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए इंटरव्यू प्रारंभ हो जाएगा।
69000 सहायक अध्यापक भर्ती पूरी होने की आस
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती भी नए साल में पूरी होने की उम्मीद जताई जा रही है। इस भर्ती के लिए लिखित परीक्षा 6 जनवरी 2019 को हुई थी। उसमें टीईटी/सीटीईटी पास 4.10 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे। लेकिन कटऑफ को लेकर विवाद पैदा हो गया जो हाईकोर्ट में लंबित है। बेरोजगार सरकार से उम्मीद लगा रहे हैं कि इस मामले की प्रभावी पैरवी करते हुए नियुक्ति का रास्ता साफ करेगी।