पहली, दूसरी कक्षा में छात्र दो भाषाओं संग गणित की करेंगे पढ़ाई:- नई शिक्षा नीति 2020 के तहत तीसरी कक्षा से इन्वायरमेंटल स्टूडीज का अनिवार्य विषय

 नई दिल्ली। पहली और दूसरी कक्षा के छात्र दो लैंग्वेज के साथ मैथमेटिक्स विषय की पढ़ाई भी करेंगे। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत तीसरी कक्षा से इन्वायरमेंटल स्टूडीज अनिवार्य विषय रहेगा। जबकि तीसरी, चौथी और पांचवों कक्षा के छात्रों को दो लैंग्वेज के साथ-साथ मैथ्मेटिक्स, इंवायरमेंटल स्टडीज की पढ़ाई करनी होगी।


केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ मुताबिक नई शिक्षा नीति 2020 के तहत पहली से 12वीं कक्षा में किस प्रकार के विषयों को रखा जाए, इस पर योजना तैयार हो रही है। दरअसल शैक्षणिक सत्र 2021-22 के तहत अब स्कूल बैग का वजन तय किया गया है। इसके तहत उन्हीं विषयों की किताबों की पढ़ाई होगी, जो जरूरी है। इसमें छात्र के किताबी ज्ञान को बढ़ाने के साथ रोचकता बढ़ाना भी शामिल है।

इसी के तहत पहली और दूसरी कक्षा के छात्र दो लैंग्वेज के साथ मैथमेटिक्स विषय को पढ़ेंगे। तीसरी कक्षा से इंवायरमेंटल स्टूडीज को शामिल करने का मकसद उसे पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रति शुरुआत से जानकारी मुहैया करवाना है।

कंप्यूटर, नैतिक शिक्षा और सामान्य ज्ञान अनिवार्य : स्कूली शिक्षा में शुरुआत से ही छात्र छात्राओं के लिए कंप्यूटर, नैतिक शिक्षा और सामान्य ज्ञान की पढ़ाई अनिवार्य रूप से करवायी जाएगी। हालांकि यह अनिवार्य पाठ्यक्रम पूरी तरह से रोचकत्ता के तहत होगा। इन विषयों की जानकारी छात्र को होनी काफी जरूरी है।



छठी से 12वीं तक थ्री लैंग्वेज फार्मूला
छठीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को श्री लैंग्वेज फार्मूला के तहत पढ़ाई करनी होगी। इसमें श्री लग्वज के साथ मैथमेटिक्स साईस और सोशल साइंस विषयों को पढ़ाया जाएगा। हालांकि श्री लैंग्वेज फार्मूला में भाषा नहीं थोपी जाएगी। इसमें राज्य अपनी मातृभाषा को शामिल कर सकते हैं।