UP Board Time Table 2021 :बोर्ड ने जारी की डेटशीट जारी, इसबार चार रंग की होंगी कॉपियां, संवेदनशील 10 जिलों में सिली हुई कॉपियां दी जाएंगी

 यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 24 अप्रैल से शुरू होंगी। हाईस्कूल की परीक्षा 10 मई और इंटरमीडिएट की परीक्षा 12 मई को समाप्त होंगी। परीक्षा की तारीखों का ऐलान उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश

शर्मा ने बुधवार को किया। इसके साथ ही समय सारिणी भी जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि इस बार भी पिछले वर्ष की तरह हाईस्कूल की परीक्षाएं 12 दिनों में और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 15 दिनों में सम्पन्न होंगी। डॉ. शर्मा ने परीक्षार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि परीक्षा तिथियों की घोषणा समय से कर दी गई है। छात्र-छात्राओं को परीक्षा की तैयारी के लिए काफी समय मिला है। विद्यार्थी प्रसन्नचित्त होकर तैयारी करें।  




लगभग सात हजार परीक्षार्थी घटे
इस वर्ष पिछली बार से लगभग सात हजार परीक्षार्थी कम पंजीकृत हुए हैं। इस बार  56,03,813 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण करवाया है। दोनों परीक्षाओं में समग्र रूप से 31,47,793 छात्र और 24,56,020  छात्राएं शामिल होंगे। पिछले वर्ष 56,10,819 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण करवाया था। इस वर्ष हाईस्कूल के परीक्षार्थियों की संख्या घटी है। पिछले वर्ष 30,24,480 परीक्षार्थी हाईस्कूल में पंजीकृत हुए थे। वहीं इण्टरमीडिएट परीक्षा में 25,86,339 परीक्षार्थी थे, इसके मुकाबले इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ी है। 

इस बार शामिल होंगे 56,03,813 परीक्षार्थी
परीक्षा         कुल परीक्षार्थी      छात्र/छात्राएं
हाईस्कूल-  29,94,312        16,74,022/13,20,290 
इंटरमीडिएट-26,09,501       14,73,771/11,35,730 

इस बार भी कड़ी होगी निगरानी
- सीसीटीवी व वायस रिकार्डरयुक्त कैमरे से लैस होंगे परीक्षा कक्ष
- लाइव फीडिंग यानी लखनऊ से देखा जा सकेगा किसी भी जिले का परीक्षा कक्ष 
- चार रंग की क्रमांकयुक्त कॉपियां भेजी जाएंगी
- संवेदनशील 10 जिलों में सिली हुई कॉपियां दी जाएंगी 
- हर जिले व राज्य स्तर पर कंट्रोल रूम
- एसटीएफ व एलआईयू की ली जाएगी मदद 

परीक्षा के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन होगा
उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा, 'बोर्ड परीक्षा के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा। स्कूलों को सैनिटाइज कराने से लेकर आवागमन तक प्रोटोकॉल के मुताबिक होगा। परीक्षा केन्द्र निर्धारण नीति में हमने दो विद्यार्थियों के बीच छह फुट की दूरी का मानक बनाया है। इसके कारण परीक्षा केन्द्रों की संख्या में 10 फीसदी की बढ़ोतरी भी इस वर्ष होगी।'