वाराणसी : उच्च शैक्षणिक संस्थानों में नई शिक्षा नीति का क्रियान्वयन इसी सत्र से होना है। राज्य विश्वविद्यालयों ने इसकी तैयारी भी लगभग पूरी कर ली है। इसे देखते हुए शासन ने दो चरणों में विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की वर्चुअल समीक्षा बैठक बुलाई है। जिसमें उन्हें दस से 12 मिनट में नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन की रूपरेखा प्रस्तुत करनी होगी।
सचिव शमीम अहमद खान की ओर से इस संबंध जारी पत्र महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ व संपूर्णानंद संस्कृत विवि के कुलपति को भी मिला है। इसमें शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास (नई दिल्ली) के सचिव अतुल कोठारी की ओर से एक व दो सितंबर को वर्चुअल समीक्षा बैठक में उन्हें नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के संबंध में आनलाइन प्रस्तुतिकरण करने का निर्देश दिया गया है। विद्यापीठ,संस्कृत विश्वविद्यालय सहित नौ विश्वविद्यालयों को दूसरे दिन सुबह 11 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक का समय प्रस्तुतिकरण के लिए दिया गया है। शासन का पत्र मिलने के बाद दोनों बिश्वविद्यालयों ने तैयारी तेज कर दी है। दोनों विश्वविद्यालयों की विभागीय अध्ययन बोर्ड स्नातक स्तर के कामन सिलेबस का पहले ही अनुमोदन कर चुका है। यही नहीं सेमेस्टर प्रणाली स्नातक पाठ्यक्रमों को भी तैयार कर लिया गया है। चार वर्षीय स्नातक के पाठ्यक्रमों का भी रूपरेखा तैयार है। सीबीसीएस को लेकर अभी पुख्ता कदम नहीं उठाए गए हैं।