शिक्षक भर्ती परीक्षा में 1,25,745 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जबकि परीक्षा में 1,07873 अभ्यर्थी शामिल हुए। अंतिम रूप से इस परीक्षा में 41556 अभ्यर्थी सफल हुए हैं, इस प्रकार 26944 सीटें खाली रह गई। घोषित परिणाम में पद के सापेक्ष कुल 61 फीसदी सफल हुए हैं।
सरकार की ओर से शिक्षामित्रों को भर्ती में लाभ पहुंचाने के इरादे शिक्षक भर्ती के मानक में किया गया बदलाव यदि लागू हो जाता तो संभवत: शिक्षक भर्ती के सभी 68500 पद भर जाते। अब सीटें खाली रह जाने के बाद सरकार को इन पदों को भरने के लिए नए सिरे से कवायद करनी होगी।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा कराए जाने के बीच में ही नियमों में बदलाव करते हुए सामान्य-ओबीसी की मेरिट 33 फीसदी और एससी-एसटी की 30 फीसदी करने का फैसला किया था। भर्ती प्रक्रिया के बीच में नियमों में बदलाव किए जाने के मामले में अभ्यर्थियों की ओर से कोर्ट में याचिका दाखिल करने के बाद सरकार ने नियमों किया गया बदलाव आठ अगस्त को वापस लेते हुए पुराने मानक सामान्य-ओबीसी 45 फीसदी और एससी-एसटी का 40 फीसदी करने का फैसला किया। नियमों में बदलाव के बाद सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने रिजल्ट में संशोधन करते हुए पांच दिन के भीतर रिजल्ट जारी कर दिया।