पुराने पैटर्न से साल में एक बार ही होगी नीट

नई दिल्ली : मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली नीट (नेशनल एलिजबिलिटी कम इंट्रेस टेस्ट) परीक्षा अब पुराने पैटर्न से ही होगी। यानी साल में एक बार और पेन-पेपर के जरिए होगी।
स्वास्थ्य मंत्रलय की आपत्ति के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने आखिरकार नीट की साल में दो बार परीक्षा कराने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना को टाल दिया है। नीट की अगली परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। अगली परीक्षा अब 5 मई को होगी, जबकि इसके लिए रजिस्ट्रेशन एक नंबर से ही शुरु होगा।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को नीट, जेईई सहित कई परीक्षाओं का कार्यक्रम जारी किया गया है। ये परीक्षाएं अभी तक सीबीएसई आयोजित करती रही है। पहली बार इन परीक्षाओं का जिम्मा एनटीए को सौंपा गया है। नीट के परीक्षा पैटर्न में बदलाव को लेकर यह हलचल उस समय शुरू हुई, जब मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बदलावों को लेकर घोषणा की। कहा कि अंतरराष्ट्रीय मानक के तहत साल में दो बार परीक्षाएं होनी चाहिए।मई 2019 को होगी परीक्षा, एक नवंबर से रजिस्ट्रेशनबार साल में परीक्षा की योजना विरोध के चलते टाली गईजेईई मेंस साल में अब दो बार 1जेईई मुख्य परीक्षा अब साल में दो बार होगी। एनटीए ने परीक्षा कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। जेईई मुख्य पहली परीक्षा 6 से 20 जनवरी के बीच जबकि दूसरी परीक्षा 6 से 20 अप्रैल 2019 के बीच होगी। दोनों ही परीक्षाएं कम्प्यूटर बेस्ड होगी। एनटीए ने देशभर में 26 सौ से ज्यादा टेस्ट प्रैक्टिस सेंटर बनाए है। यूजीसी नेट 2018 और सीमैट और जीपैट परीक्षाओं का भी कार्यक्रम भी जारी किया है। यूजीसी नेट परीक्षा 9 से 23 दिंसबर 2018 के बीच जबकि सीमैट और जीपैट की परीक्षा 28 जनवरी 2019 को होगी।