इलाहाबाद : अशासकीय माध्यमिक कालेजों में प्रधानाचार्य, प्रवक्ता व
स्नातक शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया इन दिनों ठप हो गई है। 2016 विज्ञापन
के आठ विषयों के पद निरस्त होने व लिखित परीक्षा स्थगित होने से अभ्यर्थी
गुस्से में हैं।
इस मामले में शासन ने भी चुप्पी साध ली है, अब तक न तो चयन
बोर्ड को निर्देश जारी किया गया है और न ही यूपी बोर्ड के प्रस्ताव पर ही
मुहर लगाई गई है। 1माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र अध्यक्ष बीरेश
कुमार व टीजीटी-पीजीटी मोर्चा के बीच वार्ता विफल हो गई है। मोर्चा ने अब
चेयरमैन हटाओ, चयन बोर्ड बचाओ का नारा देते हुए 23 को मुख्यालय का घेराव
करने का जा रहा है। अल्टीमेटम दिया गया है कि लिखित परीक्षा, साक्षात्कार व
समायोजन प्रक्रिया शुरू होने तक आंदोलन जारी रहेगा। प्रतियोगी मोर्चा के
विक्की खान, अध्यक्ष अनिल कुमार पाल व लक्ष्मी यादव आदि सोमवार को अध्यक्ष
से मिले। मोर्चा ने 2016 की लिखित परीक्षा कराने, 2011 के लंबित रिजल्ट
जारी करने के साथ साक्षात्कार व 2010 व 2013 के अभ्यर्थियों का समायोजन
करने की मांग की। अध्यक्ष ने कहा कि जब तक यूपी बोर्ड का नोटीफिकेशन नहीं आ
जाता परीक्षा तारीख घोषित नहीं की जा सकती है। वहीं रिजल्ट व इंटरव्यू पर
भी सकारात्मक जवाब नहीं दिया। ऐसे में मोर्चा ने आंदोलन का एलान किया है।
वार्ता के तत्काल बाद कोर कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि 23 अगस्त
को सुबह 11 बजे कार्यालय का घेराव होगा। मोर्चा ने कहा कि अध्यक्ष जीव
विज्ञान आदि को लेकर शासन तक को गुमराह कर रहे हैं। हर भर्ती बोर्ड तेजी से
नियुक्तियां कर रहा है, जबकि चयन बोर्ड में सब कुछ ठप है। इसे बर्दाश्त
नहीं जा सकता है। अध्यक्ष के हटने से ही यहां कार्यो में तेजी आएगी। अब
क्रमिक अनशन करने की भी रणनीति बन रही है।
अपर सचिव से मिले अभ्यर्थी
टीजीटी-पीजीटी के अभ्यर्थियों ने मंगलवार को यूपी बोर्ड अपर सचिव शिवलाल से
पात्रता का आदेश जारी करने की मांग की। अपर सचिव ने कहा कि वह शासन को
प्रस्ताव भेज चुके हैं, जल्द ही अनुस्मारक भेजेंगे। यही नहीं अब तक तीन
सचिवों की समिति तक नहीं बनाई जा सकी है। इससे ऊहापोह का माहौल है।
0 Comments