शिक्षक भर्ती काउंसि¨लग के लिए उमड़े अभ्यर्थी , अव्यवस्थाओं का रहा बोलबाला

बलरामपुर : जिले के परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के लिए अभ्यर्थियों की काउंसि¨लग शनिवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में शुरू हुई। अफसरों ने पहले दिन 988 अभ्यर्थियों के सापेक्ष करीब 600 शिक्षकों के अभिलेखों की जांच पूरी हो जाने का दावा किया है।

68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती के तहत जिले में 1600 शिक्षकों के रिक्त पदों के सापेक्ष 988 की नियुक्ति की जानी है। जिसके लिए शनिवार को महिला-पुरुष अभ्यर्थियों की भीड़ सुबह से ही डायट परिसर में एकत्र होने लगी। काउंसि¨लग के लिए श्रेणीवार अलग-अलग काउंटर बनाए गए थे। अनारक्षित वर्ग में महिला के 188 पदों के सापेक्ष पहले दिन 117 व पुरुष के 153 पदों में से 103 अभ्यर्थियों ने अपने अभिलेखों की जांच कराई। अन्य पिछड़ी जाति पुरुष के 276 पदों के सापेक्ष 153 ने काउंसि¨लग कराई। अनुसूचित जाति पुरुष के 85 पदों पर 54 व जनजाति के दो में से एक अभ्यर्थी ने अपने अभिलेख प्रस्तुत किए। ओबीसी महिला के 254 व अनुसूचित जाति, जनजाति महिला के 30 पदों पर नियुक्ति के लिए महिलाएं देर शाम तक लाइन में लगी रही। दिव्यांग व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के तीन अभ्यर्थियों ने काउंसि¨लग कराई। बीएसए हरिहर प्रसाद ने बताया कि रविवार को अवशेष अभ्यर्थियों के अभिलेखों की जांच की जाएगी। काउंसि¨लग कराने में डायट प्राचार्य केके ओझा, बीईओ मनीराम वर्मा, महेंद्र कुमार, अश्वनी कुमार गुप्त, ओपी कुशवाहा, अब्दुल हकीम समेत सहसमन्वयक का योगदान रहा।



अव्यवस्थाओं का रहा बोलबाला :-शिक्षक भर्ती काउंसि¨लग के पहले दिन डायट परिसर में अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा। दोपहर दो बजे तक वीडियोग्राफी की व्यवस्था नहीं थी। बीएसए कार्यालय का एक कनिष्ठ लिपिक मोबाइल से वीडियोग्राफी करता दिखा। काउंसि¨लग के दौरान बिजली चले जाने पर जनरेटर नहीं चला। जिससे अभ्यर्थी पसीने से तर बतर नजर आए। महिला अभ्यर्थियों के साथ छोटे बच्चे गर्मी से हलकान दिखे। डायट के कक्ष बंद होने के चलते अभ्यर्थी सीढि़यों, फर्श सहित आसपास की स्टेशनरी, चाय व पंचर की दुकान पर बैठकर प्रारूप भरते दिखे। शपथ पत्र बनवाने के लिए अभ्यर्थी इधर-उधर भटकते रहे। एक अधिवक्ता ने डायट परिसर में कुर्सी-मेज लगाकर शपथ पत्र के नाम पर मनमानी वसूली की। पेयजल के लिए नगर पालिका का टैंकर भी देर से पहुंचा। बीच में बरसात होने पर खुले आसमान के नीचे प्रारूप भरते अभ्यर्थियों में भगदड़ भी मच गई।