मंझनपुर। दोआबा के विभिन्न परिषदीय स्कूलों में तैनात रहे छह शिक्षकों के
खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। इन सभी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा 2011 का
फर्जी अंक पत्र लगाकर अपना चयन करा लिया था।
अभिलेखों के सत्यापन में
खुलासा होने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी की सेवा समाप्त करते हुए
एबीएसए को संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज कराने का निर्देश दिया है। बीएसए
के निर्देश पर ही शुक्रवार को नगर कोतवाली में रिपोर्ट लिखवाई गई है।
जिले
के अलग-अलग परिषदीय विद्यालयों में तैनात रहे 23 सहायक अध्यापकों की
शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) 2011 का अंक पत्र फर्जी पाया गया था। इन
सभी ने विभिन्न सत्रों में हुई भर्तियों में जालसाजी करके नौकरी हथियाई थी।
इनमें से सर्वाधिक 16 शिक्षक 2013 में हुई 10800 सहायक अध्यापक पदों की
भर्ती के शामिल हैं। चार ने 2014 में हुई दस हजार व तीन ने 2012 में 9770
पदों के सापेक्ष हुई भर्ती में जालसाजी की थी। जालसाजी के इस खेल का खुलासा
होने पर तत्कालीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अगस्त में सभी को बर्खास्त
कर दिया था। साथ ही संबंधित खंड शिक्षा अधिकारियों को स्थानीय थानों में
एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। इसी क्रम में शुक्रवार को सिराथू
एबीएसए संजय सिंह ने अपने विकास खंड के जलापुर प्राथमिक विद्यालय में तैनात
रहे शिक्षक नागेन्द्र कुमार पुत्र रामदुलारे निवासी पड़रिया थाना सोरांव
इलाहाबाद, बलीपुर स्कूल में रहीं सुमित्रा देवी पुत्री सूर्यबली निवासी
रायपुर पट्टी प्रतापगढ़, नौगीरा स्कूल में रहीं सना बानो पुत्री असलम
निवासी मऊआइमा इलाहाबाद, मोहिउद्दीनपुर स्कूल में रहे शेखरचंद्र सिंह पुत्र
शिवगोविंद निवासी अर्जुनपुर चित्रकूट, बम्हरौली में रहीं शारदा देवी
पुत्री राजनारायण निवासी मऊआइमा इलाहाबाद व अफजलपुर स्कूल में रहीं शैलजा
सिंह पुत्री प्रेमप्रकाश निवासी म्योराबाद इलाहाबाद के खिलाफ सदर कोतवाली
में केस दर्ज करा दिया। कार्रवाई के बाद से फर्जी शिक्षकों में हड़कंप मचा
हुआ है।
सभी 23 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई जानी
है। छह के विरुद्ध एफआईआर हो गई है। खंड शिक्षाधिकारियों को बाकी बचे
जालसाज शिक्षकों के खिलाफ जल्द केस कराने का निर्देश दिया गया है।
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