शिक्षक भर्ती कराने वाली परीक्षा संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की बढ़ेगी सुरक्षा, कॉपियों की जांच के समय हंगामा व बीटीसी का पेपर आउट होने से खलबली

इलाहाबाद : शिक्षक भर्ती कराने वाली परीक्षा संस्था परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय इलाहाबाद इधर लंबे समय से आंदोलनस्थली बना है। आए दिन हजारों अभ्यर्थी परीक्षा और परिणाम की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इससे सामान्य कामकाज भी नहीं हो पा रहा है।
सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने इस संबंध में शासन को लिखा है कि कार्यालय में बैठना मुश्किल है, इसके लिए एक मजिस्ट्रेट व पुलिस बल की तैनाती की जाए। पुलिस टीईटी होने तक नियमित मॉनीटरिंग करें, तभी परीक्षा की शुचिता कायम रह सकेगी।
शिक्षक भर्ती 68500 का परिणाम आने के बाद से परीक्षा नियामक कार्यालय अभ्यर्थियों के निशाने पर है। पहले भर्ती से प्रभावित आंदोलन कर रहे थे, उसी बीच बीटीसी 2015 बैच का आंदोलन शुरू हुआ। इसी बीच टीईटी, डीएलएड 2017 प्रथम बैच सहित विभिन्न परीक्षाओं के अभ्यर्थी अनवरत आंदोलन छेड़े हैं। भर्ती की उच्च स्तरीय समिति छानबीन करने कार्यालय पहुंची तो उसे भी अभ्यर्थियों के गुस्से से दो-चार होना पड़ा। समिति के दूसरे दौरे में अफसरों को गेस्ट हाउस में रुककर माहौल शांत होने का इंतजार करना पड़ा। आए दिन अफसर व कर्मचारियों को अभ्यर्थी जबरन देर रात तक रोक रहे हैं। कुछ दिन पहले बीटीसी चतुर्थ सेमेस्टर का पेपर आउट होने के तार भी कार्यालय से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। आगे टीईटी और फिर शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा के साथ अन्य कई इम्तिहान होने हैं। उसकी तैयारियां सही से नहीं हो पा रही हैं। सचिव चतुर्वेदी ने शासन को लिखा है कि ऐसे माहौल में कार्य करना मुश्किल है। इसलिए कार्यालय की सुरक्षा बढ़ाई जाए। टीईटी तक मजिस्ट्रेट व पुलिस बल नियमित तैनात रहे, ताकि परीक्षा सकुशल कराई जा सके। वरिष्ठ अफसरों ने सुरक्षा मुहैया कराने को आश्वस्त किया है।