इलाहाबाद: प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी की पसंद के मद्देनजर यूपी की योगी सरकार योग को एक विषय के
रूप में सूबे के माध्यमिक स्कूलों में अनिवार्य करने जा रही है. इसके तहत
जुलाई से शुरू हो रहे नए सेशन में नौवीं से
- 72825 के मैटर पर सुनवाई लगभग पूर्ण , सब कुछ ठीक होने का आ गया है वक्त
- त्रिपुरा के कारण दोनों जज पूरे मामले और नियम से वाकिफ , 839 कि नौकरी शिक्षा मित्र के बाहर होने पर ही , 26 एप्रिल केस करेगे फाइनल
- आगामी 26 अप्रैल की अतिमहत्वपूर्ण सुनवाई ऐसी नयी पीठ में होनी है जो की अपने त्वरित और कठोर निर्णयों के लिए जानी जाती है : यस के पाठक
- 26 को शिक्षा मित्रों का जाना 100% तय , फैसला 20 मई के बाद किसी भी दिन
- UPTET : जिस दिन भी शिक्षक भर्ती का विवाद निर्णीत हुआ तो वो सम्भले नहीं संभलेगा : हिमांशु राणा
अनिवार्य विषय के रूप में करनी होगी योग की पढ़ाई
विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से
यूपी में इन दिनों मोदी और योगी इफेक्ट की धूम मची हुई है. पीएम मोदी की
पसंद और सीएम योगी की दिलचस्पी के मद्देनजर यूपी बोर्ड नये सेशन से योग को न
सिर्फ अलग विषय के तौर पर शुरू कर रहा है, बल्कि योग विषय को अनिवार्य भी
कर रहा है. यानी एक जुलाई से शुरू होने वाले यूपी बोर्ड के नये सेशन में
नौवीं से बारहवीं तक के पचीस हजार स्कूलों में पढ़ने वाले सवा करोड़
स्टूडेंट्स को अब अनिवार्य विषय के रूप में योग की पढ़ाई करनी होगी. यूपी
बोर्ड में अब तक योग के दो अध्याय शारीरिक शिक्षा विषय में पढ़ाए जाते थे.
योग के इन दो अध्यायों के लिए दसवीं क्लास में पांच और बारहवीं में छह नंबर
दिए जाते थे, लेकिन यह पहला मौका होगा जब यूपी बोर्ड में योग अलग से
अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाएगा.
26 अप्रैल को यूपी बोर्ड की बैठक में किया जाएगा औपचारिक एलान
बोर्ड ने नये शुरू होने जा रहे योग विषय
के पाठ्यक्रम निर्धारण और टीचर्स की ट्रेनिंग के लिए बाबा रामदेव की संस्था
पतंजलि योग पीठ के चार विशेषज्ञों को मिलाकर सात लोगों की एक कमेटी भी बना
दी है. बाबा रामदेव की संस्था ने इलाहाबाद में यूपी बोर्ड के हेडक्वार्टर
में हुई बैठक में यह भी साफ़ कर दिया है कि पाठ्यक्रम निर्धारण व टीचर्स की
ट्रेनिंग के लिए पतंजलि योग पीठ यूपी सरकार या यूपी बोर्ड से कोई फीस नहीं
लेगी. इसका औपचारिक एलान 26 अप्रैल को इलाहाबाद में यूपी बोर्ड की बैठक में
किया जाएगा. बैठक में माध्यमिक शिक्षा विभाग मंत्रालय के मुखिया और सूबे
के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के भी मौजूद रहने की उम्मीद है.
पतंजलि पीठ के विशेषज्ञों से ट्रेनिंग
बाबा रामदेव की संस्था के साथ हुई बैठक
में यूपी बोर्ड ने यह तय किया है कि फिलहाल योग विषय की पढ़ाई के लिए अलग से
टीचर्स नहीं रखे जाएंगे. जिन स्कूलों में स्पोर्ट्स टीचर्स हैं उन्हें ही
पतंजलि पीठ के विशेषज्ञों से ट्रेनिंग दिलाकर योग की पढ़ाई के लिए लगाया
जाएगा. जिन स्कूलों में स्पोर्ट्स टीचर नहीं हैं, वहां किसी दूसरे टीचर को
ट्रेनिंग दिलाई जाएगी. योग का पेपर बीस नंबरों का होगा, लेकिन स्टूडेंट्स
को नबर के बजाय ग्रेड दिए जाएंगे. माध्यमिक स्कूलों ने योग को लेकर योगी
सरकार की इस पहल का स्वागत किया है. टीचर्स व प्रिंसिपल्स का मानना है कि
इससे न सिर्फ बच्चों में योग को लेकर जागरूकता बढ़ेगी बल्कि योग विद्या का
प्रचार प्रसार भी होगा. यूपी बोर्ड के तकरीबन पचीस हजार स्कूलों में नौवीं
से बारहवीं क्लास के सवा करोड़ बच्चे पढ़ाई करते हैं.
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