बेसिक स्कूलों में आरटीई मानक से अतिरिक्त स्कूलों में शिक्षण कार्य कर रहे
शिक्षक शिक्षकाओं के समायोजन के लिए मंगलवार को कराई जाने वाली
काउन्सिलिंग स्थगित कर दी गई है।
दोबारा से अब काउंसिलिंग की तारीख डीएम के आदेश के बाद लगाई जाएगी।शासन ने बेसिक स्कूलों में आरटीई मानक से अधिक बच्चों पर कार्यरत शिक्षकों को हटाकर जिन स्कूलों में स्टॉफ कम हैं, वहां पर तैनाती देने के निर्देश दिए थे। इसके लिए मंगलवार को समायोजन के लिए काउंसिलिंग कराई जानी थी। बीएसए ने 255 स्कूलों से शिक्षक-शिक्षकाओं को इधर से उधर करने के लिए सूची चस्पा कराकर काउंसिलिंग की तैयारी कर ली। बीएसए काउंसिलिंग के लिए डायट पहुंचे तो आपाधापी के बीच आपत्तियां आना शुरू हो गई। पांच बजे तक आपत्तियां आती रही। इसके बाद बीएसए ने आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही काउंसिलिंग स्थिगित कर दी।समायोजन को लेकर 35-40 शिक्षक शिक्षकाओं ने आपत्ति दर्ज कराई है। आपत्तियों के निस्तारण के बाद डीएम के निर्देश पर काउंसिलिंग की तारीख निर्धारित की जाएगीप्रेमचंद्र यादव, बीएसएदो घंटा देरी से पहुंचे बीएसएबीएसए ने समायोजन के लिए काउंसलिंग का समय दो बजे निर्धारित किया था। वह खुद करीब साढ़े तीन बजे डायट प्राचार्य के कार्यालय पहुंचे और तीन बजकर 50 मिनट पर आपत्तियां लेना शुरू कीं। बीएसए के देरी से पहुंचने के चलते शिक्षक शिक्षकाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं काउंसिलिंग स्थगित होने पर शिक्षक शिक्षकाएं परेशान होकर वापस लौट गए। बैठने और न पानी की व्यवस्था डायट परिसर पहुंचे शिक्षक शिक्षकाओं को न तो बैठने के लिए व्यवस्था की गई और न ही उन्हें पानी की। डायट में शिक्षक शिक्षकाएं जमीन या इधर उधर फर्श पर बैठे नजर आए। बीआरसी केंद्रों से दिखाई गई मनमानी बीएसए ने समायोजन के लिए सूची ब्लाक वार बीईओ से मांगी थी। बीईओ ने न्याय पंचायतों का सहारा लेकर सूची तैयार की बीएसए को सौंप दी। सूची में नियमानुसार कनिष्ठ शिक्षक शिक्षकाओं के नाम शामिल करने थे। बीआरसी केंद्रो से बीईओ की मनमानी के चलते कई वरिष्ठों के नाम समायोजन सूची में शामिल कर दिए गए। ऐसे में 35 शिक्षक शिक्षकाओं ने आपत्ति दर्ज कराई। स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के मानक प्राथमिक विद्यालय में 60 बच्चों तक दो शिक्षकों की नियुक्ति का प्रावधान है। इसके बाद 30 बच्चों पर एक शिक्षक बढ़ाने का नियम है। उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक से 100 छात्रों पर तीन अध्यापाक और 35 छात्रों पर एक शिक्षक बढ़ाया जा सकता है। समायोजन में बरती जाए पारदर्शिता उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने डीएम को ज्ञापन सौंपा है। इसमें आपत्तियों का निस्तारण होने के बाद ही काउंसिलिंग समायोजन की तारीख लगाने को कहा है। कुछ विद्यालयों के सरप्लस शिक्षकों के स्थान पर उसी विद्यालय के अन्य शिक्षकों द्वारा समायोजन की मांग की जा रही है। इस पर विचार करना शिक्षकों के हित में होगा। डीएम से शिक्षकों के हित में बात करने वालों में चंद्रकेश यादव, उदयवीर सिंह यादव, रविंद्र सिंह यादव, अनुराग यादव, शैलेंद्र पाल सिंह, अशोक यादव, सलमान खान दामोदर सिंह शामिल थे।
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दोबारा से अब काउंसिलिंग की तारीख डीएम के आदेश के बाद लगाई जाएगी।शासन ने बेसिक स्कूलों में आरटीई मानक से अधिक बच्चों पर कार्यरत शिक्षकों को हटाकर जिन स्कूलों में स्टॉफ कम हैं, वहां पर तैनाती देने के निर्देश दिए थे। इसके लिए मंगलवार को समायोजन के लिए काउंसिलिंग कराई जानी थी। बीएसए ने 255 स्कूलों से शिक्षक-शिक्षकाओं को इधर से उधर करने के लिए सूची चस्पा कराकर काउंसिलिंग की तैयारी कर ली। बीएसए काउंसिलिंग के लिए डायट पहुंचे तो आपाधापी के बीच आपत्तियां आना शुरू हो गई। पांच बजे तक आपत्तियां आती रही। इसके बाद बीएसए ने आपत्तियों के निस्तारण के बाद ही काउंसिलिंग स्थिगित कर दी।समायोजन को लेकर 35-40 शिक्षक शिक्षकाओं ने आपत्ति दर्ज कराई है। आपत्तियों के निस्तारण के बाद डीएम के निर्देश पर काउंसिलिंग की तारीख निर्धारित की जाएगीप्रेमचंद्र यादव, बीएसएदो घंटा देरी से पहुंचे बीएसएबीएसए ने समायोजन के लिए काउंसलिंग का समय दो बजे निर्धारित किया था। वह खुद करीब साढ़े तीन बजे डायट प्राचार्य के कार्यालय पहुंचे और तीन बजकर 50 मिनट पर आपत्तियां लेना शुरू कीं। बीएसए के देरी से पहुंचने के चलते शिक्षक शिक्षकाओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं काउंसिलिंग स्थगित होने पर शिक्षक शिक्षकाएं परेशान होकर वापस लौट गए। बैठने और न पानी की व्यवस्था डायट परिसर पहुंचे शिक्षक शिक्षकाओं को न तो बैठने के लिए व्यवस्था की गई और न ही उन्हें पानी की। डायट में शिक्षक शिक्षकाएं जमीन या इधर उधर फर्श पर बैठे नजर आए। बीआरसी केंद्रों से दिखाई गई मनमानी बीएसए ने समायोजन के लिए सूची ब्लाक वार बीईओ से मांगी थी। बीईओ ने न्याय पंचायतों का सहारा लेकर सूची तैयार की बीएसए को सौंप दी। सूची में नियमानुसार कनिष्ठ शिक्षक शिक्षकाओं के नाम शामिल करने थे। बीआरसी केंद्रो से बीईओ की मनमानी के चलते कई वरिष्ठों के नाम समायोजन सूची में शामिल कर दिए गए। ऐसे में 35 शिक्षक शिक्षकाओं ने आपत्ति दर्ज कराई। स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के मानक प्राथमिक विद्यालय में 60 बच्चों तक दो शिक्षकों की नियुक्ति का प्रावधान है। इसके बाद 30 बच्चों पर एक शिक्षक बढ़ाने का नियम है। उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक से 100 छात्रों पर तीन अध्यापाक और 35 छात्रों पर एक शिक्षक बढ़ाया जा सकता है। समायोजन में बरती जाए पारदर्शिता उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने डीएम को ज्ञापन सौंपा है। इसमें आपत्तियों का निस्तारण होने के बाद ही काउंसिलिंग समायोजन की तारीख लगाने को कहा है। कुछ विद्यालयों के सरप्लस शिक्षकों के स्थान पर उसी विद्यालय के अन्य शिक्षकों द्वारा समायोजन की मांग की जा रही है। इस पर विचार करना शिक्षकों के हित में होगा। डीएम से शिक्षकों के हित में बात करने वालों में चंद्रकेश यादव, उदयवीर सिंह यादव, रविंद्र सिंह यादव, अनुराग यादव, शैलेंद्र पाल सिंह, अशोक यादव, सलमान खान दामोदर सिंह शामिल थे।
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