लखनऊ. प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव
ने कहा है कि छह महीने पूरे होने पर योगी सरकार द्वारा जारी किया गया
श्वेत पत्र झूठ की किताब है। उसमें उपलब्धियों के बजाए योगी सरकार ने केवल
झूठी बातें लिखी हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश बोले, "सरकार ने व्हाइट पेपर की किताब जनता के सामने राखी है। किताब मैंने पढ़ी, सरकार के कामकाज को मैं कह सकता हूं- ये सफ़ेद झूठ या वाइट लाइज की बुक है।" केंद्र व राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार है फिर भी कुछ काम नहीं हो रहा है। ये कुछ वैसा ही है जैसे दो इंजन की ट्रेन हो लेकिन चल न पाए। वहीं 23 सितंबर को होने वाले सपा के राज्य में मुलायम सिंह की मौजदूगी के सवाल पर उन्होंने चु्प्पी साध ली। वह बोले, नेताजी (मुलायम) हमारे पिता हैं, उनका आशीर्वाद हमारे साथ है।
किसानों के साथ धोखा
अखिलेश यादव के मुताबिक, किसानों के साथ प्रदेश सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर धोखा किया है। अखिलेश ने गालिब का शेर पढ़ते हुए कहा श्वेत पत्र पर गालिब का शेर पढ़ना चाहुंगा कि, उम्र भर हम यही गलती करते रहे, धूल चेहरे पर थी और हम आईना साफ करते रहे। सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। इनके लोगों ने घर-घर जा कर कहा- कर्ज भी माफ होगा और घर भी दिया जायेगा। अब सच्चाई आपके सामने है।"किसान खुद कह रहा है, उसके साथ मजाक हुआ है। कुछ सर्टिफिकेट सीएम खुद देख लेते। उन्होंने उपलब्धि की खुशी में यह देखा ही नहीं। कर्ज पूरा माफ़ होना चाहिए था। लगता है जब सर्टिफिकेट बने थे कुछ लोग सो गए होंगे, छपे होंगे तब भी सो गए होंगे, बांटा तब भी आंख बंद थी।गन्ना मंत्री के क्षेत्र में ही कई चीनी मिलों ने पैसा नहीं दिया है। गन्ना किसानों पर भी झूठ बोला।"
मेट्रो तो हमारा सपना था
लखनऊ मेट्रो का क्रेडिट लेने में लगी होड़ पर अखिलेश बोले कि मेट्रो हमारा सपना था यह बात सब जानते हैं। मेट्रो बीजेपी का सपना कैसे हो सकता है। टीवी और रेडियो पर देखा सुना। कहा गया- बीजेपी ने सपना देखा और मेट्रो जमीन पर उतार दी। खुली आंखों से सपना देखते हैं क्या।हमें इंतजार रहेगा झांसी और गोरखपुर में मेट्रो कब बनेगा ? सुना है जो एक्सप्रेसवे झांसी जाने वाला है। वह इटावा होते हुए आगरा से जाएगा । यह अधिकारी हमें भी कहते थे कि हम आपके वफादार हैं वही हमारे प्रेजेंटेशन बीजेपी को दिखाते थे। हम दो एयरपोर्ट मांग रहे थे। हमें एनओसी तक नहीं दी गयी। जेवर और आगरा में एयरपोर्ट बनाना चाहते थे।"
शिक्षामित्रों के साथ धोखा
शिक्षामित्रों के मुद्दे पर अखिलेश बोले कि योगी सरकार ने शिक्षा मित्रों का साथ देने के बजाए धोखा किया है।बेसिक शिक्षा पर श्वेत पत्र पर कहा, "हमने गर्म खाना देने को कहा था, लेकिन अब सरकार नहीं दे पा रही। फल बंद कर दिया। जितना शिक्षामित्र इस सरकार में बेइज्जत हुए हैं, वह अब तक नहीं हुए थे। वहीं नए सैनिक स्कूलों के बारे में भी योगी सरकार ने कुछ नहीं बताया है। अब सरकार बताये कैसे बनेंगे स्कूल। जो यूनिवर्सिटी का पैसा मिला उसे भी काट दिया। हमने गोरखपुर में भी नेपाली बच्चों के लिए हॉस्टल दिया था। एकेटीयू में हमने कलाम साहब के याद में म्यूजियम हमने बनाया और उद्घाटन आपने किया लेकिन नाम भी नहीं लिया।"
मुलायम पर साधी चुप्पी
23 अक्टूबर को राज्य अधिवेशन और 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम आएंगे या नहीं इस पर अखिलेश ने बोला,"नेता जी हमारे पिता हैं और जो कुछ डिफरेंस हैं वे पॉलिटिकल हैं।"उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। वहीं कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी उन्होंने योगी सरकार को घेरा, वह बोले जिस समय सीएम कानून व्यवस्था की बात कर रहे थे। उस समय अजगैन में सर्राफा व्यापारी की हत्या हो गयी थी। हंगामा हो गया था। पुलिस पिट रही है। लूट हत्या और रेप अब चरम पर है।
खेती हमसे ज्यादा नहीं समझते योगी
अखिलेश बोले कि खेती औऱ पेड़-पौधों की समझ उनको सीएम योगी से ज्यादा है। उनके मुताबिक, "सीएम खेती के बारे में जानना चाहते है। मेरे घर आ जाएं सीएम कई पेड़ दिखाऊंगा। अगर बता दें की कौन सा फल आएगा तो मान जाऊंगा। हमसे कोई ये ना कहे कि हम किसान के बारे में नही जानते।''
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश बोले, "सरकार ने व्हाइट पेपर की किताब जनता के सामने राखी है। किताब मैंने पढ़ी, सरकार के कामकाज को मैं कह सकता हूं- ये सफ़ेद झूठ या वाइट लाइज की बुक है।" केंद्र व राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार है फिर भी कुछ काम नहीं हो रहा है। ये कुछ वैसा ही है जैसे दो इंजन की ट्रेन हो लेकिन चल न पाए। वहीं 23 सितंबर को होने वाले सपा के राज्य में मुलायम सिंह की मौजदूगी के सवाल पर उन्होंने चु्प्पी साध ली। वह बोले, नेताजी (मुलायम) हमारे पिता हैं, उनका आशीर्वाद हमारे साथ है।
किसानों के साथ धोखा
अखिलेश यादव के मुताबिक, किसानों के साथ प्रदेश सरकार ने कर्जमाफी के नाम पर धोखा किया है। अखिलेश ने गालिब का शेर पढ़ते हुए कहा श्वेत पत्र पर गालिब का शेर पढ़ना चाहुंगा कि, उम्र भर हम यही गलती करते रहे, धूल चेहरे पर थी और हम आईना साफ करते रहे। सरकार ने किसानों को धोखा दिया है। इनके लोगों ने घर-घर जा कर कहा- कर्ज भी माफ होगा और घर भी दिया जायेगा। अब सच्चाई आपके सामने है।"किसान खुद कह रहा है, उसके साथ मजाक हुआ है। कुछ सर्टिफिकेट सीएम खुद देख लेते। उन्होंने उपलब्धि की खुशी में यह देखा ही नहीं। कर्ज पूरा माफ़ होना चाहिए था। लगता है जब सर्टिफिकेट बने थे कुछ लोग सो गए होंगे, छपे होंगे तब भी सो गए होंगे, बांटा तब भी आंख बंद थी।गन्ना मंत्री के क्षेत्र में ही कई चीनी मिलों ने पैसा नहीं दिया है। गन्ना किसानों पर भी झूठ बोला।"
मेट्रो तो हमारा सपना था
लखनऊ मेट्रो का क्रेडिट लेने में लगी होड़ पर अखिलेश बोले कि मेट्रो हमारा सपना था यह बात सब जानते हैं। मेट्रो बीजेपी का सपना कैसे हो सकता है। टीवी और रेडियो पर देखा सुना। कहा गया- बीजेपी ने सपना देखा और मेट्रो जमीन पर उतार दी। खुली आंखों से सपना देखते हैं क्या।हमें इंतजार रहेगा झांसी और गोरखपुर में मेट्रो कब बनेगा ? सुना है जो एक्सप्रेसवे झांसी जाने वाला है। वह इटावा होते हुए आगरा से जाएगा । यह अधिकारी हमें भी कहते थे कि हम आपके वफादार हैं वही हमारे प्रेजेंटेशन बीजेपी को दिखाते थे। हम दो एयरपोर्ट मांग रहे थे। हमें एनओसी तक नहीं दी गयी। जेवर और आगरा में एयरपोर्ट बनाना चाहते थे।"
शिक्षामित्रों के साथ धोखा
शिक्षामित्रों के मुद्दे पर अखिलेश बोले कि योगी सरकार ने शिक्षा मित्रों का साथ देने के बजाए धोखा किया है।बेसिक शिक्षा पर श्वेत पत्र पर कहा, "हमने गर्म खाना देने को कहा था, लेकिन अब सरकार नहीं दे पा रही। फल बंद कर दिया। जितना शिक्षामित्र इस सरकार में बेइज्जत हुए हैं, वह अब तक नहीं हुए थे। वहीं नए सैनिक स्कूलों के बारे में भी योगी सरकार ने कुछ नहीं बताया है। अब सरकार बताये कैसे बनेंगे स्कूल। जो यूनिवर्सिटी का पैसा मिला उसे भी काट दिया। हमने गोरखपुर में भी नेपाली बच्चों के लिए हॉस्टल दिया था। एकेटीयू में हमने कलाम साहब के याद में म्यूजियम हमने बनाया और उद्घाटन आपने किया लेकिन नाम भी नहीं लिया।"
मुलायम पर साधी चुप्पी
23 अक्टूबर को राज्य अधिवेशन और 5 अक्टूबर को राष्ट्रीय अधिवेशन में मुलायम आएंगे या नहीं इस पर अखिलेश ने बोला,"नेता जी हमारे पिता हैं और जो कुछ डिफरेंस हैं वे पॉलिटिकल हैं।"उनका आशीर्वाद हमारे साथ है। वहीं कानून व्यवस्था के मुद्दे पर भी उन्होंने योगी सरकार को घेरा, वह बोले जिस समय सीएम कानून व्यवस्था की बात कर रहे थे। उस समय अजगैन में सर्राफा व्यापारी की हत्या हो गयी थी। हंगामा हो गया था। पुलिस पिट रही है। लूट हत्या और रेप अब चरम पर है।
खेती हमसे ज्यादा नहीं समझते योगी
अखिलेश बोले कि खेती औऱ पेड़-पौधों की समझ उनको सीएम योगी से ज्यादा है। उनके मुताबिक, "सीएम खेती के बारे में जानना चाहते है। मेरे घर आ जाएं सीएम कई पेड़ दिखाऊंगा। अगर बता दें की कौन सा फल आएगा तो मान जाऊंगा। हमसे कोई ये ना कहे कि हम किसान के बारे में नही जानते।''
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines