लखनऊः उत्तर प्रदेश में 15 अक्टूबर को आयोजित होने जा रहे
टीचर्स एलिजिबिलिटी टेस्ट शुरु होने से पहले ही इसकी अव्यवस्थाएं सामने
आने लगी हैं। बता दें कि सैकड़ों ऐसे प्रवेश पत्र सामने आए हैं, जिनमें
सेंटर के नाम ही गलत दिए हुए है।
जिसके चलते अभ्यर्थी परेशान हैं और सेंटर ढूंढने के लिए भटक रहे हैं।
प्रवेश पत्र में गलत है सेंटर का नाम
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में परीक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे लिपिक लोकेश गुप्ता ने बताया कि गलती की शिकायत सामने आने पर इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई है। वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो इस गलती के कारण किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा से वंचित नहीं होने दिया जाएगा।
32 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन हुए निरस्त
बीते दिनों लगभग 32 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। 32589 अभ्यर्थी शामिल नहीं हो सकेंगे। प्राथमिक स्तर पर 14885 और उच्च प्राथमिक स्तर पर 17704 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त किए गए हैं। टीईटी के लिए 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। इसमें से प्राथमिक स्तर के लिए 14791 अभ्यर्थियों को इसलिए परीक्षा से बाहर कर दिया है, क्योंकि उन्होंने एक से अधिक आवेदन किए। जबकि 4 वर्षीय शिक्षाशास्त्र में स्नातक अर्हताधारी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के इंटरमीडिएट में 50 प्रतिशत से कम और आरक्षित श्रेणी अभ्यर्थियों के 45 प्रतिशत से कम अंक होने पर 94 के आवेदन निरस्त कर दिए गए।
CCTV कैमरे लगाने के निर्देश
इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर पर 9580 अभ्यर्थियों ने एक से अधिक आवेदन भरे, जिन्हें निरस्त कर दिया गया। इसके साथ बीएड अर्हताधारी सामान्य वर्ग अभ्यर्थियों के स्नातक अथवा परास्नातक में 50 प्रतिशत से कम और आरक्षित श्रेणी में 45 प्रतिशत से कम अंक होने पर 5343 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। नकलविहीन और पारदर्शी ढंग से परीक्षा कराने के लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, कॉपियों के खुलने और सील होने के समय वीडियोग्राफी कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
38 जगह बने परीक्षा केंद्र
परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह ने बताया कि यूपीटीईटी 2017 की प्राथमिक और उच्च प्राथमिक परीक्षा में 9 लाख 76 हजार 760 परीक्षा सम्मिलित होंगे। यूपीटीईटी परीक्षा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1634 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। स्टैटिक मजिस्ट्रेटों के अलावा परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन के ऑब्जर्वर भी तैनात रहेंगे। राजधानी में 38 केंद्रों पर करीब 26 हजार परीक्षार्थी रविवार को परीक्षा देने वाले हैं।
2 घंटे पहले पहुंच जाएंगे प्रश्नपत्र
उन्होंने बताया कि कैंडिडेट को अपने साथ परीक्षा केंद्र पर प्रवेश पत्र के साथ ही साथ अपने बीएड की डिग्री और मार्कशीट भी परीक्षा केंद्र पर लानी होगी, जिसके निरीक्षण के बाद ही उसे परीक्षा देने दिया जाएगा। परीक्षा केद्र के 500 मीटर की परिधि में कोई भी फोटोकॉपी की दुकान नहीं खुलेगी। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के साथ करीब 2 घंटे पहले प्रश्नपत्र पहुंच जाएंगे। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रो पर सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। कॉपी खुलने के समय और कॉपियों के सील होने के समय वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
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जिसके चलते अभ्यर्थी परेशान हैं और सेंटर ढूंढने के लिए भटक रहे हैं।
प्रवेश पत्र में गलत है सेंटर का नाम
जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में परीक्षा की जिम्मेदारी संभाल रहे लिपिक लोकेश गुप्ता ने बताया कि गलती की शिकायत सामने आने पर इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई है। वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो इस गलती के कारण किसी भी अभ्यर्थी को परीक्षा से वंचित नहीं होने दिया जाएगा।
32 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन हुए निरस्त
बीते दिनों लगभग 32 हजार अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए थे। 32589 अभ्यर्थी शामिल नहीं हो सकेंगे। प्राथमिक स्तर पर 14885 और उच्च प्राथमिक स्तर पर 17704 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त किए गए हैं। टीईटी के लिए 10 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। इसमें से प्राथमिक स्तर के लिए 14791 अभ्यर्थियों को इसलिए परीक्षा से बाहर कर दिया है, क्योंकि उन्होंने एक से अधिक आवेदन किए। जबकि 4 वर्षीय शिक्षाशास्त्र में स्नातक अर्हताधारी सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के इंटरमीडिएट में 50 प्रतिशत से कम और आरक्षित श्रेणी अभ्यर्थियों के 45 प्रतिशत से कम अंक होने पर 94 के आवेदन निरस्त कर दिए गए।
CCTV कैमरे लगाने के निर्देश
इसी तरह उच्च प्राथमिक स्तर पर 9580 अभ्यर्थियों ने एक से अधिक आवेदन भरे, जिन्हें निरस्त कर दिया गया। इसके साथ बीएड अर्हताधारी सामान्य वर्ग अभ्यर्थियों के स्नातक अथवा परास्नातक में 50 प्रतिशत से कम और आरक्षित श्रेणी में 45 प्रतिशत से कम अंक होने पर 5343 अभ्यर्थियों के आवेदन निरस्त कर दिए गए। नकलविहीन और पारदर्शी ढंग से परीक्षा कराने के लिए मुख्य सचिव के निर्देश पर परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, कॉपियों के खुलने और सील होने के समय वीडियोग्राफी कराने के भी निर्देश दिए गए हैं।
38 जगह बने परीक्षा केंद्र
परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ. सुत्ता सिंह ने बताया कि यूपीटीईटी 2017 की प्राथमिक और उच्च प्राथमिक परीक्षा में 9 लाख 76 हजार 760 परीक्षा सम्मिलित होंगे। यूपीटीईटी परीक्षा सकुशल सम्पन्न कराने के लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों में 1634 परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। स्टैटिक मजिस्ट्रेटों के अलावा परीक्षा केंद्रों पर जिला प्रशासन के ऑब्जर्वर भी तैनात रहेंगे। राजधानी में 38 केंद्रों पर करीब 26 हजार परीक्षार्थी रविवार को परीक्षा देने वाले हैं।
2 घंटे पहले पहुंच जाएंगे प्रश्नपत्र
उन्होंने बताया कि कैंडिडेट को अपने साथ परीक्षा केंद्र पर प्रवेश पत्र के साथ ही साथ अपने बीएड की डिग्री और मार्कशीट भी परीक्षा केंद्र पर लानी होगी, जिसके निरीक्षण के बाद ही उसे परीक्षा देने दिया जाएगा। परीक्षा केद्र के 500 मीटर की परिधि में कोई भी फोटोकॉपी की दुकान नहीं खुलेगी। परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के साथ करीब 2 घंटे पहले प्रश्नपत्र पहुंच जाएंगे। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रो पर सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी। कॉपी खुलने के समय और कॉपियों के सील होने के समय वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
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