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प्रदेश में नई औद्योगिक नीति से मिलेंगी दस लाख नौकरियां: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति के जरिये प्रदेश में लगने वाली इकाइयों से करीब दस लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।
इसके अलावा सरकार भी जल्दी ही पूरी पारदर्शिता के साथ चार लाख नौकरियां देगी। भाजपा के महापौर व पार्षद पद के प्रत्याशियों के समर्थन में मुख्यमंत्री ने गुरुवार शाम पहले सरोजनी नगर और फिर सुभाष मार्ग पर जनसभाओं को संबोधित किया।1 योगी ने कहा कि जाति, वंश और परिवार की राजनीति को जनता नकार चुकी है। बिना भेदभाव के सबका विकास करने वाली भाजपा उसे स्वीकार्य है। अब राजनीति में वही टिकेगा जो विकास करके दिखाएगा। बकौल मुख्यमंत्री, अब केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकारों के नाते बेहतर तालमेल है। यह और बेहतर हो जाएगा अगर नगर निकाय भी भाजपा के हों। ऐसा होने पर हम नगर निकायों में अपनी मंशा के अनुसार सक्षम और जवाबदेह बोर्ड देंगे। विकास के पैसों की बंदरबांट रुकेगी। जनता को उसके हक के अनुसार बेहतर बुनियादी सुविधाएं मिलेंगी। इस मौके पर उन्होंने शहीदी दिवस पर गुरु तेगबहादुर को भी याद किया। 1 मोदी और योगी के पास कोई आनंद या गायत्री नहीं: डा. महेंद्र नाथ : प्रदेश अध्यक्ष डा.महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की पहले की सरकारों की एक मात्र उपलब्धि भ्रष्टाचार थी। इनके लिए देश और प्रदेश नहीं सिर्फ अपना और अपनों का विकास ही सवरेपरि था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अपना कोई परिवार नहीं है। इनके लिए पूरा देश और प्रदेश ही परिवार है। इनके पास कोई आनंद या गायत्री नहीं है। यही भाजपा और अन्य दलों का अंतर है। अब लोग ऐसे तत्वों से किनारा करने लगे हैं। लालू यादव से मिलकर भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले नीतीश कुमार को जब गलती का अहसास हुआ तो भाजपा से आ मिले। प्रदेश अध्यक्ष ने बदले माहौल में लोगों से भाजपा के समर्थन की अपेक्षा की।1सभा को महापौर पद की प्रत्याशी संयुक्ता भाटिया, स्थानीय विधायक और राज्य मंत्री स्वाति सिंह, निकाय चुनाव के प्रदेश प्रभारी एवं प्रदेश महामंत्री अशोक कटारिया और प्रदेश मंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रदेश के मीडिया संपर्क प्रमुख मनीष दीक्षित,, प्रवक्ता मनीष शुक्ला, महानगर अध्यक्ष मुकेश शर्मा, पुष्कर शुक्ल समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

राज्य ब्यूरो, लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फरवरी में सूबे की राजधानी में आयोजित किये जाने वाले यूपी इन्वेस्टर्स समिट में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है। प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए इस दो दिवसीय सम्मेलन को 21 व 22 फरवरी को आयोजित करने का निर्णय किया गया है।

सत्ता संभालते ही योगी सरकार प्रदेश में निवेश आकर्षित करने को लेकर गंभीर रही है। इस मकसद से सरकार ने नई औद्योगिक नीति बनायी और उसे लागू करने के लिए नियमावली भी जारी की। निवेशकों की समस्याओं के त्वरित निराकरण और प्रदेश में उद्योगों की स्थापना में तेजी लाने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में राज्य निवेश प्रोत्साहन बोर्ड भी गठित किया जा चुका है। निवेशकों को लुभाने और उप्र को ब्रांड के रूप में स्थापित करने के मकसद से योगी सरकार ने फरवरी में यूपी इन्वेस्टर्स समिट आयोजित करने का फैसला किया है। वहीं केंद्र की मोदी सरकार भी राज्यों में निवेश को लेकर संजीदा है। लिहाजा यूपी इन्वेस्टर्स समिट को लेकर निवेशकों को सकारात्मक संकेत देने और सम्मेलन को गुरु गंभीर आयोजन के तौर पर प्रस्तुत करने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित आयोजन समिति ने इसमें राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भी शामिल करने का निर्णय किया है। आयोजन समिति के निर्णय के क्रम में मुख्यमंत्री ने दोनों को आमंत्रित किया है।’>>मॉरीशस के राष्ट्रपति व नेपाल के प्रधानमंत्री को भी जल्द लिखेंगे पत्र1’>>देश के शीर्ष उद्यमियों को भी भेजा जाएगा बुलावा

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