इलाहाबाद : कहते हैं दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। कुछ यही हाल माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र का हो गया है। परीक्षा केंद्र निर्धारण में प्रदेश भर में हुई लापरवाही से किरकिरी होने के बाद यूपी बोर्ड ने अब हर कदम फूंक-फूंक कर रखने की तैयारी की है।
शुरुआत रविवार से हुई जिसमें परिषद की वेबसाइट पर सूचनाएं अपलोड करने के लिए प्रधानाचार्यो को बेहद सतर्क रहने को कहा गया है। बोर्ड के निर्देश के मुताबिक आंतरिक मूल्यांकन के प्राप्तांक अपलोड करने के लिए या वेबसाइट पर अन्य किसी कार्यवश ओटीपी लेने के लिए प्रधानाचार्यो को अनिवार्य रूप से अपने ही मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी को वेबसाइट पर पंजीकृत कराना होगा।
बोर्ड ने दिए गए निर्देश में कहा है कि प्रधानाचार्यो में किसी ने वर्तमान में किसी अन्य का मोबाइल फोन नंबर पंजीकृत करा रखा है तो तत्काल अपने जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संपर्क कर वहां से अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी पंजीकृत कराएं। कहा गया है कि परिषद की वेबसाइट पर लॉग-इन करने के लिए प्रयोग की जाने वाली अपने विद्यालय की लॉग-इन आइडी, पासवर्ड, ई-मेल आइडी और उसका पासवर्ड अत्यंत गोपनीय रखना अनिवार्य है। यह प्रधानाचार्यो की ओर से लॉग-इन के लिए व्यक्तिगत उपयोग के लिए है। प्रधानाचार्यो से कहा गया है कि डाटा लीक होने से उत्पन्न होने वाली विषम स्थिति के लिए संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य सीधे तौर पर दोषी माने जाएंगे।
ये भी निर्देश : लॉग-इन होने या लॉग-इन अटेंप्ट फेल बताने की स्थिति में प्रधानाचार्य पासवर्ड फिर से चेक कर लें और सही पासवर्ड डालें। भूल जाने व खो जाने की स्थिति में तत्काल अपने जनपद के डीआइओएस कार्यालय से संपर्क करें। वहां से अपना पासवर्ड रीसेट करा लें। पासवर्ड रीसेट होने के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस रीसेट हुए पासवर्ड को प्रधानाचार्य स्वयं तत्काल बदल लें। चार पांच बार गलत पासवर्ड डालने पर वेबसाइट अगले 15 मिनट के लिए लॉक हो जाती जिससे लॉग-इन अटेंप्ट फेल आने लगता है। अगले 15 मिनट के बाद ही सही पासवर्ड डालकर लॉग-इन करें।
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शुरुआत रविवार से हुई जिसमें परिषद की वेबसाइट पर सूचनाएं अपलोड करने के लिए प्रधानाचार्यो को बेहद सतर्क रहने को कहा गया है। बोर्ड के निर्देश के मुताबिक आंतरिक मूल्यांकन के प्राप्तांक अपलोड करने के लिए या वेबसाइट पर अन्य किसी कार्यवश ओटीपी लेने के लिए प्रधानाचार्यो को अनिवार्य रूप से अपने ही मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी को वेबसाइट पर पंजीकृत कराना होगा।
बोर्ड ने दिए गए निर्देश में कहा है कि प्रधानाचार्यो में किसी ने वर्तमान में किसी अन्य का मोबाइल फोन नंबर पंजीकृत करा रखा है तो तत्काल अपने जिले के जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय से संपर्क कर वहां से अपना मोबाइल नंबर और ई-मेल आइडी पंजीकृत कराएं। कहा गया है कि परिषद की वेबसाइट पर लॉग-इन करने के लिए प्रयोग की जाने वाली अपने विद्यालय की लॉग-इन आइडी, पासवर्ड, ई-मेल आइडी और उसका पासवर्ड अत्यंत गोपनीय रखना अनिवार्य है। यह प्रधानाचार्यो की ओर से लॉग-इन के लिए व्यक्तिगत उपयोग के लिए है। प्रधानाचार्यो से कहा गया है कि डाटा लीक होने से उत्पन्न होने वाली विषम स्थिति के लिए संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य सीधे तौर पर दोषी माने जाएंगे।
ये भी निर्देश : लॉग-इन होने या लॉग-इन अटेंप्ट फेल बताने की स्थिति में प्रधानाचार्य पासवर्ड फिर से चेक कर लें और सही पासवर्ड डालें। भूल जाने व खो जाने की स्थिति में तत्काल अपने जनपद के डीआइओएस कार्यालय से संपर्क करें। वहां से अपना पासवर्ड रीसेट करा लें। पासवर्ड रीसेट होने के बाद सुरक्षा के दृष्टिकोण से इस रीसेट हुए पासवर्ड को प्रधानाचार्य स्वयं तत्काल बदल लें। चार पांच बार गलत पासवर्ड डालने पर वेबसाइट अगले 15 मिनट के लिए लॉक हो जाती जिससे लॉग-इन अटेंप्ट फेल आने लगता है। अगले 15 मिनट के बाद ही सही पासवर्ड डालकर लॉग-इन करें।
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