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UPTET 2017: आयोग के काम से परीक्षा नियामक पर बढ़ा दबाव, पीसीएस प्री 2017 और टीईटी 2017 के हालात एक जैसे

इलाहाबाद : उप्र लोकसेवा आयोग ने पीसीएस 2017 की प्रारंभिक परीक्षा परिणाम में जो दरियादिली दिखाई उससे परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव पर खासा दबाव बढ़ गया है।
कहा जा रहा है जब पीसीएस जैसी अहम परीक्षा में जिन प्रश्नों के जवाब पर विवाद हुआ वह हटाए जा सकते हैं और ओएमआर शीट भरने की गलतियां
सुधर सकती हैं तो शिक्षक शिक्षक पात्रता परीक्षा में वही कार्य परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय क्यों नहीं कर सकता? आयोग के नजीर बनाने से यह प्रकरण तूल पकड़ने के आसार हैं।

यूपी पीएससी की पीसीएस प्री 2017 और परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की टीईटी 2017 की इस बार स्थिति एक जैसी रही है। आयोग की प्रारंभिक परीक्षा के बाद जारी उत्तरकुंजी पर बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रश्नों के गलत जवाब पर आपत्तियां की। आयोग ने तत्परता दिखाते हुए उसके पहले ही छह विवादित प्रश्न हटा दिए थे, यही नहीं आपत्तियां मिलने पर चार और प्रश्न परिणाम जारी करने से पहले संशोधित उत्तरकुंजी से हटा दिए। आयोग यही पर नहीं रुका बल्कि उन अभ्यर्थियों से आपत्तियां मांगी जिनसे ओएमआर शीट भरने में गलतियां हुई थी। इसमें भी तमाम आवेदन हुए, अफसरों का दावा है कि आवेदनों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके ओएमआर शीट की गलतियां सुधारी हैं इसीलिए रिजल्ट जारी करने में देरी हुई।

इसी तरह से टीईटी के बाद उत्तरकुंजी जारी होते ही प्रश्नों के गलत जवाब की तमाम शिकायतें हुईं। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने उनमें से सिर्फ कुछ प्रश्नों का उत्तर संशोधित किया, करीब 13 सवालों की आपत्तियों को इस आधार पर खारिज कर दिया कि विशेषज्ञों ने उसे सही नहीं माना। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों से ओएमआर शीट भरने में गलतियां हुईं, उन सभी का रिजल्ट रोक दिया गया है। प्रतियोगियों का दबाव बढ़ा तो परीक्षा नियामक कार्यालय ने अभ्यर्थियों से आपत्तियां भी ली हैं लेकिन, ओएमआर शीट में संशोधन करने को महकमा तैयार नहीं है। यही नहीं 13 प्रश्नों के गलत जवाब का प्रकरण इन दिनों हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में लंबित है। लंबे समय बाद आयोग की अनूठी पहल से प्रतियोगी खुश हैं, वहीं परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय दबाव में है। माना जा रहा है कि अब टीईटी अभ्यर्थी आयोग का हवाला देकर ओएमआर शीट दुरुस्त करने की मांग तेज करेंगे, क्योंकि उनकी ओर से कहा जा रहा है पीसीएस परीक्षा से बड़ी टीईटी नहीं है, जिसमें गलतियां ठीक नहीं की जा सकती हैं।
यूपी पीएससी ने आपत्ति वाले सवाल हटाए व ओएमआर शीट सुधारी
परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में ऐसे हजारों प्रत्यावेदन अटके


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