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1.24 लाख शिक्षामित्रों का भविष्य हो सकता है सुरक्षित, सरकार को RTE के अनुरूप वेतन देने का निर्देश

*सत्य विचलित हो सकता है किंतु पराजित नहीं* साथियों नमस्कार जैसा कि आप  लोगों को सच्चाई का पूर्ण रुप से पता चल गया होगा जो कल माननीय हाईकोर्ट इलाहाबाद का 40याची का  आर्डर आया है उस बात से आप लोग भली भांति परिचित हो चुके होंगे कौन सही दिशा में लड़ाई लड़ रहा है
और कौन बरगलाने की कोशिश कर रहा है कल के ऑर्डर के बारे में थोड़ा  खुलासा करना चाहूंगा माननीय हाईकोर्ट इलाहाबाद में सरकार को यह सख्त निर्देश दिया है कि उपरोक्त याची  2010 से पहले  के ग्रेजुएट हैं और आरटीआई एक्ट 2009 का पूर्ण रुप से पालन करते हुए पैरा टीचर की श्रेणी में आते हैं और इनकी सैलरी केंद्र सरकार द्वारा प्रतिमाह लगभग 38,000 आ रही है तो सरकार को यह सख्त निर्देश है कि इनको उक्त सैलरी प्रदान करके नियमित सेवा में लेते हुए 2 माह के भीतर कोर्ट को अवगत कराएं कुछ लोग इस आर्डर का विश्लेषण अपने राजनीतिक स्वार्थ बस कर रहे हैं ऐसा कुछ नहीं हुआ है आप लोग स्वयं एक अध्यापक हैं ऑर्डर की कॉपी साथ में संलग्न कर रहा हूं आप लोग स्वयं पढ़कर निर्णय ले लीजिए मैं आशा करता हूं कि उन लोगों का मुंह खुद ही बंद हो जाना चाहिए जो कल हमारे ऊपर उंगली उठा रहे थे और चंदा चोर कह रहे थे और तरह तरह से फोन करके मुझे धमकाने की कोशिश कर रहे थे साथियों आप सब को यह पूर्ण रूप से स्पष्ट हो गया होगा कि सही दिशा में लड़ाई कौन लड़ रहा है और कौन बरगलाने की कोशिश कर रहा है साथियों आपको बताना चाहूंगा कि कल के आर्डर को आधार बनाकर हमारे विद्वान अधिवक्ता डॉक्टर एल पी मिश्रा द्वारा आगामी 28 फरवरी को संपूर्ण 124000 के लिए राहत मिल चुकी है  मेरे ऊपर टीका टिप्पणी करने वालों के लिए बस एक ही बात कहूंगा
*मोहब्बत मिल नहीं सकती बनावट के उसूलों से खुशबू आ नहीं सकती कागज के फूलों से*
साथियों आप लोग ऑप्शन निर्णय करें कि कौन करोड़ों का चंदा ले कर आम शिक्षा मित्रों को गुमराह कर रहा है और कौन सत्य की लड़ाई लड़ रहा है
साथियोआपको हम पूर्ण रूप से आस्वस्त करना चाहते हैं कि आगामी 28 को 124000 को पुर्ण रूप से राहत मिल जाएगी
बस आप सब के हाथ में है कि पुरे 124000 को राहत के लिए सहयोग में कोई कमी न रहे रास्ता हमने बताया है मंजिल तक आप सब को मिल कर पहुंचना है
*नोट जो लोग किसी के बातों में आकर मेरा बिरोध कर रहे हैं उनसे बस इतना ही कहुगा की चंदे की चमक में सच्चाई से मुँह न मोड़ लेना*
इसी के साथ
जय शिक्षक
जय पैरा टीचर
राजीव यादव
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