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शिक्षामित्रों की आंखों में आंसू और दिल में दर्द, एक और साथी ने कहा अलविदा...

उन्नाव. आज शिक्षा मित्रों के आंखों से उस समय आंसू टपक पड़े। जब उनके बीच का एक और साथी अलविदा कह गया। अपने बीच के एक और साथी का साथ छूटता देख बड़ी संख्या में शिक्षा मित्र इकट्ठा हो गए।
जहां मृतक साथी के विनम्रता, मिलनसार और नेक दिल होने की तारीफ करते हुए उनके अंदर रोष व्याप्त था। मृतक शिक्षा मित्र के परिवार को ढाढस बंधाने पहुंचे भाजपा जिला अध्यक्ष को शिक्षा मित्रों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मौके पर इकट्ठा शिक्षा मित्रों ने सवालों की झड़ी लगा दी। भाजपा जिला अध्यक्ष के पास शिक्षा मित्रों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं था। वह बार-बार यही कहते रहे कि आप लोगों की बात ऊपर तक पहुंचा दी जाएगी।

संकल्प पत्र पर वादे के बाद भी भारतीय जनता पार्टी मुकरी
जबकि शिक्षा मित्रों का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में शिक्षा मित्रों के हित के लिए बड़े बड़े वादे किए थे। भाजपा ने कहा था कि शिक्षामित्र अब उनकी जिम्मेदारी हैं, सारी समस्याओं को हम दूर करेंगे। लेकिन भाजपा ने सरकार बनते ही प्रदेश के 1 लाख 72 हजार शिक्षा मित्रों को रोड पर ला दिया। चार सैकड़ा से ऊपर शिक्षा मित्रों की असमय मौत हो चुकी है। शिक्षामित्र बार-बार यही सवाल पूछ रहे थे। इतना झूठा वादा भारतीय जनता पार्टी ने क्यों किया। इस मौके पर शिक्षा मित्रों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

तारा सिंह की मौत पर शिक्षा मित्रों में रोष
बांगरमऊ कोतवाली मोहल्ला निवासी तारा सिंह यादव कि आज हृदय गति रुकने से मौत हो गई। तारा सिंह की मौत की खबर शिक्षा मित्रों के बीच जंगल में आग की तरह फैल गई। मौके पर बड़ी संख्या में शिक्षा मित्रों की भीड़ इकट्ठा हो गई। मृतक तारा सिंह की 5 बच्चे हैं, जिनमें तीन लड़कियां शादी के लायक है। तारा सिंह के परिवार की स्थिति को देखकर शिक्षा मित्रों की आंखों में आंसू आ गए और उनमें रोष व्याप्त हो गया। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष श्रीकांत कटियार भी मौके पर पहुंचकर मृतक परिजनों को ढाढ़स बधाने जा रहे थे। जहां शिक्षा मित्रों ने उन्हें घेर लिया और सवालों की झड़ी लगा दी।

3 महीने में समस्या का समाधान करने का दिया था आश्वासन
शिक्षा मित्रों का कहना था कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में वादा किया था कि 3 महीने में उनकी सारी समस्याओं का समाधान कर देगें। लेकिन आज शिक्षामित्र दर-दर की ठोकरें खा रहा है। उन्होंने मृत शिक्षामित्र को 50 लाख रुपए की सहायता राशि दिलाने की मांग की। इस संबंध में बातचीत करने पर उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष सुधाकर तिवारी ने कहा कि शिक्षा मित्रों की हो रही मौतों का जिम्मेदार कौन होगा हॉर्स केंद्र और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।

शिक्षा मित्रों ने सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

इसके बाद भी संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया जा रहा है जबकि शिक्षा मित्रों ने सारे राष्ट्रीय कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लोकसभा, विधानसभा का चुनाव भी संपन्न कराया। परंतु भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनते ही संकल्प पत्र में किए गए वादों को भूल गई। यही कारण है कि आज 400 से ऊपर शिक्षामित्र की मौत हो चुकी है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि इसके बावजूद शिक्षामित्र आशा भरी नजरों से प्रदेश सरकार की तरफ देख रही है। इस मौके पर सत्येंद्र, लक्ष्मी, कमल द्विवेदी, सर्वेश, राकेश बाजपेई, पुरुषोत्तम, देव प्रकाश, रामेंद्र द्विवेदी, सुधीर गुप्ता सहित सैकड़ों की संख्या में शिक्षामित्र मौजूद थे।जिन के कोप का शिकार होना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष श्रीकांत कटियार को जिन्हें निरुत्तर हो कर मौके से जाना पड़ा।
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