Breaking Posts

Top Post Ad

‘जेब’ को माध्यमिक स्कूलों की किताबों ने दी बड़ी राहत, ये पुस्तकें हैं बाजार में आईं

इलाहाबाद: यूपी बोर्ड के 26 हजार से अधिक माध्यमिक कालेजों में पढ़ाई का नया सत्र शुरू हो गया है। बाजार में किताबें आ गई हैं। इस बार एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पर छपी पुस्तकों के दाम छात्र-छात्रओं तथा उनके अभिभावकों को काफी राहत पहुंचाने वाले हैं।
चार प्रकाशकों की पुस्तकों में सबसे अधिक दाम की पुस्तक गणित विषय की 76 रुपये की है, जिसमें कुल 520 पृष्ठ हैं जबकि सबसे कम दाम की पुस्तक अर्थशास्त्र की 11 रुपये की है जिसमें कुल 60 पृष्ठ हैं।1यूपी बोर्ड के स्कूलों का शिक्षा सत्र एक अप्रैल, 2018 से शुरू हो गया है। इस नए शैक्षिक सत्र में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम पहली बार लागू किया गया है। बोर्ड प्रशासन ने कक्षा 9, 10, 11 व 12 की पुस्तकें चार प्रकाशकों से प्रकाशित कराई हैं। इनमें अधिकांश की जांच भी पाठ्यक्रम समिति ने कर ली है। पुस्तकों की एमआरपी यानी अधिकतम दाम में पिछले सालों की अपेक्षा काफी अंतर है। पहले जहां किताबें काफी महंगी होती थीं, छात्र छात्रएं आर्थिक तंगी के चलते अगली कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र छात्रओं से किताबें मांग कर काम चलाते थे वहीं इस बार दाम राहत देने वाले हैं। विभिन्न विषयों की किताबें न्यूनतम 11 रुपये से अधिकतम 76 रुपये तक की हैं। किताबों के मूल्य 16, 17, 20, 22, 25, 29, 30, 41, 54, 66 रुपये आदि हैं।1यूपी बोर्ड की सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा कि बाजार में किताबें आ चुकी हैं। उनकी बिक्री भी शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम पहली बार लागू हुए हैं और किताबों के दाम भी राहत देने वाले हैं।

कक्षा नौ के लिए गणित, विज्ञान, भारत और समकालीन विश्व-1 इतिहास, समकालीन भारत-1 भूगोल, अर्थशास्त्र और लोक तांत्रिक राजनीति की पुस्तक, कक्षा 10 के लिए गणित और विज्ञान, कक्षा 11 के लिए भारत का संविधान, राजनीति सिद्धांत, भौतिक विज्ञान-1, भौतिक विज्ञान-2, रसायन विज्ञान-1, रसायन विज्ञान-2, समाज शास्त्र परिचय, समाज का बोध, गणित, जीव विज्ञान, विश्व इतिहास के कुछ विषय, भौतिक भूगोल के मूल सिद्धांत, भौतिक पर्यावरण, भूगोल में प्रायोगिक कार्य, अर्थ शास्त्र में सांख्यिकी, भारतीय अर्थ व्यवस्था का विकास तथा कक्षा 12वीं के लिए भौतिक विज्ञान-1, भौतिक विज्ञान-2, रसायन विज्ञान-1, रसायन विज्ञान-2, गणित भाग-1, गणित भाग-2 और जीव विज्ञान की पुस्तक बाजार में उपलब्ध है।


sponsored links:

No comments:

Post a Comment

Facebook