68500 पदों पर लिखित परीक्षा , बदलेंगे अभ्यर्थियों के पासिंग मा‌र्क्स , दोबारा आवेदन किया तो दोनों निरस्त

 ALLAHABAD: सूबे के परिषदीय स्कूलों में सहायक अध्यापकों के 68500 पदों पर होने वाली लिखित परीक्षा का रास्ता साफ हो गया. परीक्षा परीक्षा 27 मई को मंडल मुख्यालयों पर सुबह 10 से एक बजे के बीच होगी.
हाईकोर्ट के आदेश पर टीईटी 2017 की प्राथमिक परीक्षा परिणाम में संशोधन के बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तरफ से संशोधित रिजल्ट जारी किया गया. इसमें 4446 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. इनको आनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी की तरफ से शेड्यूल जारी किया गया. इसके अनुसार पंजीकरण व आवेदन 14 से 17 मई शाम छह बजे तक होगा. बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापकों की भर्ती बीते 12 मार्च को होनी थी, लेकिन हाईकोर्ट में टीईटी 2017 परीक्षा को लेकर हुए आदेश के कारण टल गई थी. डबल बेंच के आदेश के बाद अब यह इम्तिहान 27 मई को कराया जाएगा.

बदलेंगे अभ्यर्थियों के पासिंग मा‌र्क्स
सूबे में शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में पासिंग मा‌र्क्स बदलने वाला है. लिखित परीक्षा के लिए पूर्व में जारी निर्देश में जहां सामान्य व पिछड़ा वर्ग को 45 फीसद (67/150) और अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थी 40 फीसदी (60/150) अंक हासिल करने पर ही सफल माना जाना था. वहीं इसे कम करते हुए सभी वर्गो के अभ्यर्थियों के लिए एक समान करने की तैयारी है. इसके बाद 33 फीसदी यानी (49/150) अंक पाने वाले अभ्यर्थी ही सफल माने जाएंगे. शिक्षामित्रों की मांग पर शासन ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव से इस संबंध में प्रस्ताव मांगा है. हालांकि इस संबंध में कोई निर्देश शासन की तरफ से जारी नहीं किया गया है.

दोबारा आवेदन किया तो दोनों निरस्त

शासन ने यह भी निर्देश दिया है कि ऐसे अभ्यर्थी जिनका प्रवेशपत्र निर्गत किया जा चुका है वे नया आवेदन कतई न करें. एक से अधिक आवेदन होने की स्थिति में दोनों आवेदन निरस्त कर दिए जाएंगे. वहीं, ऐसे अभ्यर्थी जिनका टीईटी 2017 प्राथमिक स्तर की परीक्षा में संशोधित परिणाम में अंक संशोधन हुआ हो लेकिन, उनका पहले ही प्रवेश पत्र निर्गत हो चुका है तो वे भी संशोधित अंकों के आधार पर नया आवेदन न करें. ऐसे अभ्यर्थी जिनका पूर्व में ऑनलाइन आवेदन के समय अपने शैक्षिक प्रशिक्षण अंकों में त्रुटिपूर्ण प्रविष्टियों के कारण आवेदन निरस्त हुआ है, वे वास्तविक अंकों व अभिलेखों के आधार पर दोबारा आवेदन कर सकते हैं.