शिक्षकों के राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू , अंशकालिक शिक्षक या शिक्षामित्र इसके लिए पात्र नहीं

बेसिक और माध्यमिक शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उनके द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए मिलने वाले राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए ऑनलाइन आवेदन शुक्रवार से शुरू हो गये। आवेदन की अंतिम तिथि 30 जून है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय सीबीएसई, सीआईएससीई और केंद्र शासित प्रदेशों के अधीन स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों से पहली बार ऑनलाइन फार्म भरवा रहा है।

प्राथमिक, उच्च प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत केवल नियमित अध्यापक ही वेबसाइट www.mhrd.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। अंशकालिक शिक्षक या शिक्षामित्र इसके लिए पात्र नहीं हैं। 15 वर्ष की नियमित सेवा करने वाले अध्यापक और 20 वर्ष की नियमित सेवा करने वाले प्रिंसिपल ही आवेदन कर सकते हैं।
हालांकि राज्य पुरस्कार के लिए अभी आवेदन शुरू नहीं हो सके हैं। हर साल नवंबर-दिसंबर में ही ऑफलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो जाती थी लेकिन इस साल राज्य पुरस्कारों के आवेदन भी ऑनलाइन होने की चर्चा है। राज्य पुरस्कारों के आवेदन के लिए अधिकृत शिक्षा निदेशालय के उपनिदेशक संस्कृत कमलेश कुमार ने बताया कि जल्द ही आवेदन प्रक्रिया शुरू होगी।
प्रदेश सरकार के बेसिक व माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों का राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन दोनों विभाग के निदेशकों की अध्यक्षता में गठित होने वाली प्रदेश स्तरीय समिति करती है। समिति चयनित शिक्षकों के नाम केंद्र सरकार को पुरस्कार प्रदान करने के लिए भेजती है।
1958 में शुरू हुई पुरस्कारों की शुरुआत
इलाहाबाद। शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कारों की शुरुआत 1958 में हुई थी। हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट शिक्षकों को राष्ट्रपति स्वयं अपने हाथों से पुरस्कृत करते हैं।