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शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रधानाध्यापकों के निलंबन के विरोध में किया प्रदर्शन, प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए कार्यालय पर दिया धरना

जागरण संवाददाता, मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले में निलंबित किए गए प्रधानाध्यापकों के पक्ष में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ उतर आया है। संघ ने सोमवार को बीएसए कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन कर इनको बहाल करने की मांग की है।

विज्ञान-गणित शिक्षक भर्ती घोटाले में कूटरचित दस्तावेजों से नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों को प्रधानाध्यापकों या प्रभारियों ने कार्रवाई पूरी किए बिना पदभार ग्रहण करा दिया था। इस कारण करीब 80 प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया गया है। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि खंड शिक्षाधिकारियों की ओर से नियुक्ति आदेश का हवाला देकर, मौखिक और फोन पर दबाव बनाकर फर्जी शिक्षकों को विभिन्न विद्यालयों में पदभार ग्रहण कराया था। प्रधानाध्यापक कैसे पता लगाते कि बीएसए कार्यालय से जारी नियुक्ति पत्र गलत हैं।

प्रधानाध्यापक उच्चाधिकारियों के आदेश की अवेहलना करने की स्थिति में नहीं थे। संघ ने बीएसए से प्रधानाध्यापकों को बहाल कर दोषी खंड शिक्षाधिकारियों के खिलाफ एफआइआर कराकर विभागीय कार्रवाई की मांग उठाई है। संघ का कहना है कि यदि निदरेष प्रधानाध्यापकों को बहाल नहीं किया गया तो संघ आंदोलन को बाध्य होगा। जिलाध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा, जिला मंत्री मनोज कुमार रावत, लोकेश शर्मा, रोहनलाल, विजय वशिष्ठ, मुकुलकांत उपाध्याय, विजय चौधरी, शांतनु चौधरी, राजेश चौधरी, तुहीराम, नेपाल सिंह, पदम किशोर, मनोज सारस्वत, ललित रावत, दयाराम चौधरी, जितेंद्र चौहान, राजीव सारस्वत, जानकी प्रसाद, मुरारीलाल के अलावा निलंबित प्रधानाध्यापकों में भानुप्रकाश, मधुबाला, संजीव चौधरी, वेद प्रकाश, विमलेश, गो¨वद प्रसाद, वीरेंद्र सिंह, दीवान सिंह आदि उपस्थित थे।’

>>प्राथमिक शिक्षक संघ ने बीएसए कार्यालय पर दिया धरना

’>>खंड शिक्षाधिकारियों के खिलाफ एफआइआर की मांग

मथुरा : शिक्षक भर्ती घोटाले का राजदार कमरा सोमवार को एसटीएफ, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में खोला गया। एसटीएफ ने उक्त दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया है। इन दस्तावेजों से पुलिस को कई महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं। शिक्षक भर्ती घोटाला प्रकाश में आने के बाद बीएसए कार्यालय के जिस कमरे में कूटरचित दस्तावेज रखे थे, उस कमरे को सील कर दिया गया था। सोमवार को यह कमरा एसटीएफ प्रभारी आलोक प्रियदर्शी, एसपी देहात आदित्य कुमार, एडीएम प्रशासन आदित्य कुमार, सीओ महावन आलोक दुबे, बीएसए चंद्रशेखर और पूर्व बीएसए संजीव कुमार सिंह की मौजूदगी में खोला गया। इसके लिए ताला खोलने वाला भी बुलाया गया। 1एसटीएफ ने पूर्व बीएसए से दस्तावेजों से संबंधित जानकारियां लीं। इन दस्तावेजों से एसटीएफ के हाथ ऐसे तथ्य लग सकते हैं, जो जांच को आगे बढ़ाने में सहायक होंगे। सुबह 11 बजे से लेकर शाम साढ़े छह बजे तक एसटीएफ ने दस्तावेजों को खंगाला। कुछ कर्मचारियों से पूछताछ भी की गई। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उक्त दस्तावेजों को कब्जे में ले लिया। एसपी देहात आदित्य कुमार ने बताया कि साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। कमरे से जो दस्तावेज मिले हैं, इनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी

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