जागरण संवाददाता, सोनभद्र : वह परिषदीय स्कूल जहां शिक्षक अधिक हैं और
बच्चों की संख्या मानक से काफी कम है। ऐसे विद्यालयों के शिक्षक जिले के
अंदर ही तबादले के लिए तैयार रहें। ..
क्योंकि शासन स्तर से इस संबंध में
आदेश जारी हो चुका है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद से जारी आदेश से जिले के
अंदर ही शिक्षकों का समायोजन व पारस्परिक स्थानांतरण किया जाएगा। पूरी
प्रक्रिया जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी करेगी। वहीं पांच अगस्त
तक समायोजन व स्थानांतरण पूरी कर ली जाएगी।
शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक 20 जुलाई की रात में शासन
स्तर से जारी आदेश को जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी के मेल पर भेज दिया
गया। इसमें शैक्षिक सत्र 2018-19 के लिए शिक्षकों के जनपद के भीतर समायोजन
एवं पारस्परिक स्थानांतरण की बात कही गई है। स्थानांतरण एवं समायोजन के
दौरान नवीन नामांकन संख्या के आधार पर आरटीई के मानक को देखा जाएगा।
समायोजन व पारस्परिक स्थानांतरण के दौरान परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च
प्राथमिक विद्यालयों में यह देखा जाएगा कि कहीं भी 1:20 से कम यानी एक
शिक्षक पर 20 बच्चे या 1:40 से अधिक यानी एक शिक्षक पर 40 बच्चे का
शिक्षक-छात्र औसत न बिगड़ने पाए। कहीं भी विद्यालय एकल न हो इस पर खास ध्यान
दिया जाएगा। संपूर्ण प्रक्रिया पांच अगस्त तक की जानी है। इसे पूर्ण करने
के लिए जो कमेटी गठित होगी उसमें डीएम अध्यक्ष, बीएसए सदस्य सचिव, डायट के
प्राचार्य व जिला मुख्यालय के खंड शिक्षा अधिकारी सदस्य होंगे। बोले बीएसए
इस संबंध में बीएसए डा. गोरखनाथ पटेल ने बताया कि आदेश आने की जानकारी
हुई है। देर रात आदेश आया। इसलिए देख नहीं सका हूं। जो जानकारी मिली है।
उसके मुताबिक समायोजन व पास्परिक स्थानांतरण होगा। यानी जहां शिक्षक अधिक
हैं बच्चे कम हैं वहां से शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूल में भेजा जायेगा।
महिलाओं व दिव्यांग शिक्षकों पर भी विचार किया जाना है।
0 تعليقات