छह सितंबर तक भरें 10वीं, 12वीं के परीक्षा फार्म, ऑनलाइन अपलोड आवेदनों में सात से दस सितंबर तक होगा संशोधन

यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2019 के लिए फार्म भरने की अवधि बढ़ा दी है। अब छह सितंबर तक प्रति छात्र-छात्र से 100 रुपये विलंब शुल्क लेकर प्रधानाचार्य आवेदन करा सकेंगे।
त्योहार और इस दौरान स्कूल-कालेजों में कई अवकाश के होने के कारण प्रदेश के तमाम कालेजों का आवेदन पूरा नहीं हो सका था। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने उसका संज्ञान लिया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की 2019 में होने वाली हाईस्कूल व इंटर परीक्षा में 56 लाख 46 हजार से अधिक छात्र-छात्रओं ने पिछली तय तारीख तक परीक्षा फार्म भरे। जबकि, 2018 में 10वीं-12वीं की परीक्षा में 66 लाख 39 हजार परीक्षार्थी पंजीकृत हुए थे। उस लिहाज से आंकड़ा करीब 10 लाख कम था। ज्ञात हो कि हाईस्कूल व इंटर के पंजीकरण की 20 अगस्त को रात 12 बजे तक अंतिम तारीख रही। बोर्ड से मिले आंकड़ों के अनुसार हाईस्कूल में 31.56 लाख और इंटरमीडिएट में 24.90 लाख छात्र-छात्रओं का पंजीकरण हुआ है। पिछले साल हाईस्कूल में 36,56,272 और इंटर में 29,82,996 यानि 6639268 परीक्षार्थी पंजीकृत थे।

वहीं पिछले साल कक्षा नौ में 30,50,998 और कक्षा 11 में 23,61,494 छात्र-छात्रओं का ऑनलाइन पंजीकरण हुआ था। इससे साफ हुआ कि हाईस्कूल में तकरीबन एक लाख और इंटर में सवा लाख परीक्षार्थी ऐसे हैं जो 2018 की परीक्षा में फेल थे और 2019 की परीक्षा के लिए दोबारा पंजीकरण कराया है। बोर्ड सचिव ने अब पंजीकरण घटने की वजह स्पष्ट की है कि प्रदेश के तमाम कालेज परीक्षा के आवेदन नहीं कर सके हैं। वह कालेज में अवकाश और अन्य वजह बता रहे हैं, ऐसे में तारीख बढ़ाकर छह सितंबर की गई है। इस दौरान प्रधानाचार्य को छात्र-छात्र से 100 रुपये विलंब शुल्क लेकर कोषागार में जमा कराना होगा। मध्यरात्रि 12 बजे तक शुल्क जमा करने व शैक्षिक विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। वहीं, सात से दस सितंबर की मध्यरात्रि तक ऑनलाइन अपलोड छात्र-छात्रओं के शैक्षिक विवरण में संशोधन हो सकेगा। नए परीक्षार्थी का विवरण नहीं दिया जाएगा।9, 11 का पंजीकरण व परीक्षा केंद्रों की सूचना का समय भी बढ़ेगा

बोर्ड सचिव ने संकेत दिए हैं कि कक्षा 9 व 11 के पंजीकरण की तारीख भी बढ़ाने की तैयारी है। वहीं, 2019 के लिए बनाए जाने वाले परीक्षा केंद्रों के लिए कालेजों से जो सूचनाएं मांगी गई हैं, उसके लिए भी वेबसाइट फिर खोली जा सकती है।