यहा बंदर भी बंद करा देते हैं स्कूल, शिक्षक भी कमरे में हो जाते हैं कैद

मुरादाबाद : अमरोहा के ढवारसी क्षेत्र में बंदरों के आतंक से ढवारसी का उच्च प्राथमिक तथा पाडली का प्राथमिक विद्यालय बंदी के कगार पर पहुंच चुका है। बंदरों के डर से बच्चे स्कूल जाने से कतरा रहे हैं।
शिक्षक शिक्षिकाओं को भी कमरों के अंदर रहकर समय व्यतीत करना पड़ता है। कम बच्चे जाते हैं स्कूल
पाडली के प्राथमिक विद्यालय में इस वर्ष 49 बच्चे पंजीकृत हैं। इन्हे पढ़ाने के लिए इंचार्ज अध्यापिका अभिलाषा, शिक्षा मित्र रूम व रीमा तैनात हैं। 49 बच्चों में से बंदरों के डर से बुधवार को मात्र 11 बच्चे ही स्कूल पहुंचे। उच्च प्राथमिक विद्यालय ढवारसी में पंजीकृत 29 बच्चों में से बुधवार को मात्र पाच बच्चे ही स्कूल पहुंचे थे। विद्यालय में है बंदरों का आतंक

शिक्षिका साधना त्यागी व किरण राणा का कहना है कि विद्यालय में बंदरों का आतंक है। कई बार बच्चों पर बंदर हमले कर चुके हैं। खुद शिक्षकों को भी बंदरों के डर से अंदर कमरों में रहना पड़ रहा है। बंदरों के हमलों में कई की जा चुकी है जान
हसनपुर : तहसील क्षेत्र में बंदरों के हमला करने से छतों से गिरकर कई लोगों की मौत हो चुकी हैं। 3 सितंबर को थाना सैदनगली के ककरौवा गाव में छत पर चढ़े किसान जयकरण सिंह की बंदर के हमला करने पर विद्युत तारों की चपेट में आने से मौत हो गई थी। इसी वर्ष के शुरू में ग्राम भीमा सुल्तानपुर निवासी किसान हरप्रसाद की बंदरों के हमला करने पर छत से गिरकर मौत हो गई थी। इसके अलावा भी हसनपुर नगर एवं देहात क्षेत्र में बंदरों के हमले में कई मौत हो चुकी हैं। ढवारसी में इस सप्ताह ही कई किए जख्मी
तहसील क्षेत्र के ढवारसी में इस सप्ताह बंदरों ने हमला कर हरीश कुमार, शारदा, पुष्पा, अभिनव, कलुवा व सृष्टि को जख्मी किया है। इन सभी घायलों का स्थानीय चिकित्सकों के यहा इलाज चल रहा है। क्षेत्र के जयतोली गाव में भी बंदरों के हमले में कई लोग जख्मी हुए घूम रहे हैं। ठेलों पर फल बेचना मुश्किल

कस्बे में बंदरों का इतना आतंक हो रहा है कि फल विक्रेताओं को ठेले पर फल बेचते समय डंडा रखना पड़ता है। हसनपुर में पॉलीथिन में फल लेकर बाजार में निकलना खतरे से खाली नहीं है। नजर बचते ही बंदर हमला कर फल उठाकर ले जाते हैं। छतों पर महिलाओं को कपड़े सुखाना एवं रसोई के बाहर खाना बनाना आसान नहीं है। लिखा गया है पत्र : बीएसए
बंदरों के डर से उच्च प्राथमिक विद्यालय ढवारसी एवं प्राथमिक विद्यालय पाडली में बच्चे के स्कूल न आने का मामला संज्ञान में है। दो खंड शिक्षा अधिकारियों की कमेटी गठित कर जाच कराई जा रही है। वन विभाग को आवश्यक कदम उठाने हेतु चिट्ठी लिखी गई है।
गौतम प्रसाद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, अमरोहा।
साड़ ने चार महिलाओं सहित पाच को किया घायल
अमरोहा के देहात थाना क्षेत्र में चार दिन के भीतर साड़ ने दोबारा हमला कर हड़कंप मचा दिया। रविवार को किए हमले में किसान की मौत हो गई थी जबकि बुधवार को साड़ के हमले में पाच लोग घायल हो गए। जबकि साड़ ने कुत्ते को मार डाला। सभी घायलों का उपचार निजी चिकित्सकों के यहा चल रहा है।
रविवार को साड़ ने देहात थाना क्षेत्र के गाव भोपुर तैया में किसान पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। लोग अभी उस घटना को भूले भी नहीं है कि पास के गाव बुढ़ेरना में बुधवार सुबह साड़ ने लोगों पर हमला कर दिया। लगभग नौ बजे गाव के लोग दिनचर्या के हिसाब से काम में लगे थे। सड़क किनारे टहल रहे साड़ ने अचानक हमला कर दिया। इससे भगदड़ मच गई। लोग खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

साड़ के इस हमले में गाव के ही सतवीर सिंह, चंद्रो देवी, मालती, भागवती व प्रभा देवी घायल हो गए। किसी तरह से लोगों ने उन्हें बचाया। इस दौरान साड़ ने कुत्ते पर हमला कर उसे मार डाला। ग्रामीणों ने घायलों को उपचार के लिए निजी चिकित्सक के यहा भर्ती कराया। घटना के बाद ग्रामीणों ने एकजुट होकर साड़ को पकड़ने का प्रयास भी किया लेकिन वह जंगल में भाग गया। गाव में दहशत का माहौल बना हुआ है।