प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2019 की परीक्षा के
लिए डिबार कालेजों की सूची शनिवार को सार्वजनिक हो गई है। प्रदेश भर के 438
माध्यमिक कालेजों को इस बार परीक्षा केंद्र न बनाने की संस्तुति हुई है।
उनमें अलीगढ़ जिला सबसे ऊपर है, वहीं, प्रतापगढ़ दूसरे और प्रयागराज-आजमगढ़
संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर है। इन जिलों में सबसे अधिक ऐसे कालेज
चिन्हित हुए हैं, जो केंद्र नहीं बनेंगे। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी
बोर्ड ने लंबे इंतजार के बाद परीक्षा केंद्र निर्धारण की पहल कर दी है।
सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि बोर्ड की वेबसाइट पर डिबार कालेजों की
पूरी सूची अपलोड की गई है, वहीं हर जिले को क्षेत्रीय कार्यालय के जरिए यह
सूची भेजी जा रही है, ताकि केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया तेजी से शुरू हो
सके। इनमें अलीगढ़ जिले में 69, प्रतापगढ़ में 45, प्रयागराज-आजमगढ़ में
27-27, आगरा में 22, मथुरा में 19, हरदोई-बलिया में 14-14, गाजीपुर में 12,
बहराइच में 10, वाराणसी में आठ, गोरखपुर-कानपुर देहात में सात-सात,
कौशांबी में छह, लखनऊ में पांच और कानपुर नगर में दो कालेजों को डिबार किया
गया है। इस सूची में पिछले तीन परीक्षाओं में सामूहिक नकल, पेपर आउट, पेपर
गलत खोलने सहित अन्य कारणों से काली सूची में डाला गया है।
नकल के लिए कुख्यात जिलों में बदलाव
परीक्षाओं में आम तौर पर नकल के मामले में पूर्वाचल के जिले बलिया,
गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, भदोही आदि ही लंबे समय से कुख्यात रहे हैं। इधर
पहले से चर्चित नामों में बदलाव हुआ है। इनमें इलाहाबाद, प्रतापगढ़, गोंडा,
बहराइच, हरदोई आदि में सामूहिक नकल के कई मामले पिछली परीक्षाओं में सामने
आए हैं। इसीलिए डिबार कालेजों की सूची में बलिया, गाजीपुर आदि जिलों का
नाम नीचे हो गया है। पश्चिम में अलीगढ़, आगरा, मथुरा जिलों में नकल के
मामले में पहले जैसे ही हालात हैं। पिछले वर्ष की परीक्षा के दौरान उप
मुख्यमंत्री व माध्यमिक शिक्षा मंत्री डा. दिनेश शर्मा ने खुद इन जिलों का
निरीक्षण किया था।
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