बस्ती। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से मंडल के जनपदों में स्मार्ट क्लास
संचालित परिषदीय एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों ने अपने कार्यो
का प्रस्तुतीकरण किया।
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. सत्य प्रकाश त्रिपाठी की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमिश्नर अनिल कुमार सागर और विशिष्ट अतिथि जेडी शिक्षा मनोज द्विवेदी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों ने किया।
कमिश्नर अनिल कुमार सागर ने शिक्षकों के प्रयास से स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं चलाने को एक सकारात्मक और दूरगामी परिणाम देने वाला कदम बताया। कहा कि सूचना एवं संचार तकनीक का प्रयोग कर शिक्षक छात्रों को बेहतर ज्ञान दे सकते हैं। कहा कि शिक्षक और समाज के सभी लोगों को हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमारी शिक्षा प्रणाली आईसीटी के सहारे काफी समृद्ध हो सकती है। संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज द्विवेदी ने शिक्षा में तकनीक के प्रयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास की स्थापना ने समाज में एक अच्छा संदेश दिया है, जो अभी तक महंगे निजी स्कूल ही दे पाते थे। इस नई विद्या से अब हमारे स्कूल उन स्कूलों का मुकाबला करने में सक्षम हो रहे हैं। कार्यक्रम में मंडल के दस शिक्षकों ने अपना प्रस्तुतीकरण दिया। इसमें प्रथम सर्वेष्ट मिश्र, द्वितीय विमल आनंद और तृतीय संतकबीरनगर के राजीव त्रिपाठी को निदेशक मनोज द्विवेदी, सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. एसपी त्रिपाठी और बीएसए अरुण कुमार ने स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । इन शिक्षकों को प्रदेश स्तर पर स्मार्ट क्लास प्रस्तुतीकरण के लिए चयनित किया गया। इस मौके पर बीएसए अरुण कुमार, बीएसए सिद्धार्थनगर राम सिंह, बीईओ इंद्रजीत ओझा, कपिलदेव द्विवेदी, श्याम बिहारी, अनिल मिश्र, अनिता त्रिपाठी, अखिलेश सिंह, मिश्र, कुमार, जिला समन्यक अमित मिश्र, रमेश विश्वकर्मा, वंशराज, बृजेश गुप्त, शैलेन्द्र राय, राम कुमार वर्मा, परिणीता सिंह, ध्रुव पति यादव, मोहिनी श्रीवास्तव, पंकज मिश्र, वंदना मिश्रा, शेषराम, संध्या वर्मा, संतोष, आशीष कुमार, निरुपमा तिवारी, जाहिदा खातून सहित अन्य मौजूद रहे।
सोमवार को आयोजित कार्यक्रम सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. सत्य प्रकाश त्रिपाठी की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कमिश्नर अनिल कुमार सागर और विशिष्ट अतिथि जेडी शिक्षा मनोज द्विवेदी रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर अतिथियों ने किया।
कमिश्नर अनिल कुमार सागर ने शिक्षकों के प्रयास से स्कूलों में स्मार्ट कक्षाएं चलाने को एक सकारात्मक और दूरगामी परिणाम देने वाला कदम बताया। कहा कि सूचना एवं संचार तकनीक का प्रयोग कर शिक्षक छात्रों को बेहतर ज्ञान दे सकते हैं। कहा कि शिक्षक और समाज के सभी लोगों को हमेशा कुछ नया सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमारी शिक्षा प्रणाली आईसीटी के सहारे काफी समृद्ध हो सकती है। संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज द्विवेदी ने शिक्षा में तकनीक के प्रयोग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि परिषदीय स्कूलों में स्मार्ट क्लास की स्थापना ने समाज में एक अच्छा संदेश दिया है, जो अभी तक महंगे निजी स्कूल ही दे पाते थे। इस नई विद्या से अब हमारे स्कूल उन स्कूलों का मुकाबला करने में सक्षम हो रहे हैं। कार्यक्रम में मंडल के दस शिक्षकों ने अपना प्रस्तुतीकरण दिया। इसमें प्रथम सर्वेष्ट मिश्र, द्वितीय विमल आनंद और तृतीय संतकबीरनगर के राजीव त्रिपाठी को निदेशक मनोज द्विवेदी, सहायक शिक्षा निदेशक डॉ. एसपी त्रिपाठी और बीएसए अरुण कुमार ने स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया । इन शिक्षकों को प्रदेश स्तर पर स्मार्ट क्लास प्रस्तुतीकरण के लिए चयनित किया गया। इस मौके पर बीएसए अरुण कुमार, बीएसए सिद्धार्थनगर राम सिंह, बीईओ इंद्रजीत ओझा, कपिलदेव द्विवेदी, श्याम बिहारी, अनिल मिश्र, अनिता त्रिपाठी, अखिलेश सिंह, मिश्र, कुमार, जिला समन्यक अमित मिश्र, रमेश विश्वकर्मा, वंशराज, बृजेश गुप्त, शैलेन्द्र राय, राम कुमार वर्मा, परिणीता सिंह, ध्रुव पति यादव, मोहिनी श्रीवास्तव, पंकज मिश्र, वंदना मिश्रा, शेषराम, संध्या वर्मा, संतोष, आशीष कुमार, निरुपमा तिवारी, जाहिदा खातून सहित अन्य मौजूद रहे।