प्राथमिक विद्यालयों को दो हजार शिक्षकों की दरकार

69 हजार शिक्षक भर्ती से दूर होगा संकट, शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीद
सीतापुर। प्राथमिक विद्यालयों में करीब दो हजार शिक्षकों की कमी बनी हुई है।
इसकी वजह से पठन पाठन बाधित हो रहा है। अब यह कमी 69 हजार शिक्षक भर्ती से दूर होगी। हालांकि जिले में शिक्षकविहीन कोई विद्यालय नहीं है। इस भर्ती के बाद प्राइमरी शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आने की उम्मीद है।

जिले में 3015 प्राथमिक विद्यालय है। इनमें तीन लाख 70 हजार नौनिहाल पढ़ रहे हैं। इसी प्रकार 1156 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में एक लाख 18 हजार बच्चे अध्ययनरत है। प्राथमिक में जहां करीब नौ हजार शिक्षक कार्य कर रहे हैं। वहीं उच्च प्राथमिक में करीब 2800 शिक्षक अध्यापन कर रहे हैं।

विभाग का कहना है कि इस समय करीब दो हजार शिक्षकों की कमी बनी हुई है। यह कमी अब जल्द पूरी होने की उम्मीद है। शासन ने 69 हजार शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है। जब यह भर्ती पूरी हो जाएगी तो जिले में पर्याप्त शिक्षक हो जाएंगे। इससे प्राइमरी शिक्षा व्यवस्था पटरी पर रहेगी। जिले में अब ऐसा कोई विद्यालय नहीं है जहां पर शिक्षक न हो। सभी विद्यालयों में शिक्षक तैनात हैं।

शिक्षामित्र व अनुदेशक भी संभालते हैं शिक्षा व्यवस्था
जिले में शिक्षकों के अलावा 3624 शिक्षामित्र कार्यरत हैं। यह विद्यालयों में शिक्षकों से इतर अध्यापन कर रहे हैं। इसी प्रकार सौ से अधिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 1037 अनुदेशक नौनिहालों को पढ़ा रहे हैं। इधर अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया भी रुकी पड़ी है। अगर यह भर्ती हो जाए तो अनुदेशकों की भी कमी दूर हो जाएगी।

नई भर्ती में निर्धारित नहीं हो सके पद
शासन ने 69 हजार शिक्षक भर्ती शुरु कर दी है। इस भर्ती में कितने पद जिले को मिलेंगे अभी यह तय नहीं हो सका है। फिर भी विभाग उम्मीद जता रहा है इस भर्ती में दो हजार से अधिक पद मिल सकते हैं। इसको लेकर शासन ने कार्यरत शिक्षकों का ब्यौरा तलब किया था। इसको भेजने की तैयारी चल रही है। तीन दिन के अंदर विभाग यह ब्यौरा शासन को भेज देगा। उसके बाद ही पद निर्धारित हो सकेंगे।

दूर होगी कमी
जिले में शिक्षकविहीन कोई स्कूल नहीं है। मौजूद शिक्षकों से काम चलाया जा रहा है। नई भर्ती में यह कमी दूर हो जाएगी।
-अजय कुमार, बीएसए