69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती शिक्षामित्रों के लिए न्यूनतम अर्हता अंक समाप्त

प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती शिक्षामित्रों के लिए उम्मीद लेकर आई है। सरकार ने इसमें न्यूनतम अर्हता अंक समाप्त कर बड़ी संख्या में शिक्षामित्रों की नियुक्ति का रास्ता साफ किया है।
हालांकि नए नियम को लेकर सात साल बाद अवसर पाने वाले बीएड डिग्रीधारियों में निराशा है। पिछली परीक्षा में सामान्य व ओबीसी को 45 व एससी व एसटी अभ्यर्थियों को 40 प्रतिशत अंकों पर पास किया गया था।
इस भर्ती में शिक्षामित्रों के हर सेवा वर्ष के लिए 2.5 अंक (अधिकतम 25 अंक) का अधिभार मिलेगा जो की गुणवत्ता अंक में सीधे जुड़ेगा। ऐसे में जिस शिक्षामित्र ने प्राथमिक स्तर की टीईटी पास की है उसका सहायक शिक्षक पद पर चयन लगभग तय है। सैकड़ों शिक्षामित्र ऐसे हैं जो प्राथमिक स्तर की टीईटी तो पास हैं लेकिन 26 मई 2018 को हुई परीक्षा में फेल हो गये थे। इस भर्ती में उन्हें अवसर मिल जाएगा।

वहीं टीईटी उत्तीर्ण बीएड अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षक भर्ती परीक्षा में निर्धारित न्यूनतम कटऑफ को हटाने से व शिक्षामित्रों को शिक्षक भर्ती में मिल रहे 25 अंक के वेटेज से शिक्षामित्रों को ही सीधा फायदा मिलेगा। शिक्षक भर्ती परीक्षा व गुणवत्ता अंक में यदि कोई अभ्यर्थी शिक्षामित्र के बराबर अथवा कुछ अधिक अंक पाने के बावजूद 25 अंक वेटेज मिलने से शिक्षामित्रों की मेरिट अधिक हो जाएगी और बीएड अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित रह जाएगा।