कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रकोप से जूझ रहे देश में रोकथाम के लिए लगाये गये लॉक डाउन से विश्वविद्यालयों से लेकर स्कूलों तक की न सिर्फ शैक्षणिक कार्य प्रभावित हुए, बल्कि स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
प्रधानमंत्री ने 22 मार्च से लगाये गये 21 दिनों की लॉक डाउन को बढ़ाते हुए 3 मई 2020 तक जारी रखने का की घोषणा की है। इस बीच स्कूल शिक्षा से जुड़े सभी केंद्रीय बोर्ड के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों में कक्षा 1 से लेकर 9वीं और 11वीं कक्षाओं के छात्रों को बिना परीक्षा दिये ही अगली कक्षा में पिछले शैक्षणिक सत्र 2019-20 के दौरान आयोजित किये गये इंटरर्नल एसेसमेंट के आधार पर प्रोन्नत करने की घोषणा पहले ही की जा चुकी है।
इसके बाद शैक्षणिक सत्र 2020-21 में अगली कक्षा में प्रोन्नत किये गये छात्रों की कक्षाओं को ऑनलाइन माध्यमों से शुरु भी किया जा चुका है। आमतौर पर नियमित क्यूरिकुलम के दौरान नये सत्र की कक्षाएं अप्रैल से ही आरंभ कर दी जाती हैं, जो कि मई के दूसरे या तीसरे सप्ताह तक चलती हैं। लेकिन इस बार लॉक डाउन के कारण छात्र घर से ही ऑनलाइन कक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं और अभ्यास कार्य घर पर ही कर रहे हैं, तो ऐसे में गर्मी की छुट्टियों के आरंभ होने की तिथि और अवधि को लेकर स्थिति फिलहाल साफ होती नजर नहीं आ रही है।
इस बीच मीडिया खबरों के मुताबिक अभिभावकों ने सीबीएसई और केंद्रीय मानव संसाधान मंत्रालय को गर्मी की छुट्टियों को लेकर अप्रोच किया। इन अभिभावकों को छुट्टियों के बारे में राज्य सरकारों द्वारा किसी भी प्रकार का निर्णय लेने की बात कही गयी।
दूसरी ओर, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने एक समाचार पत्र को दिये इंटरव्यू में इसी बात को दोहराते हुए कहा कि सरकार द्वारा ऐसे सभी संभव कदम उठाये जाएंगे ताकि शैक्षणिक कार्यों में किसी भी प्रकार नुकसान कम से कम हो।
अगर राज्यों की बात करें तो पंजाब राज्य सरकार ने गर्मी की छुट्टियों को पूर्व निर्धारित अवधि से पहले ही लागू घोषित करते हुए इसकी अवधि 11 अप्रैल से 10 मई 2020 निर्धारित की है। राजस्थान और मुंबई विश्वविद्यालय ने भी गर्मी की छुट्टियों की घोषणी की है।