यूपी बोर्ड की नीति बदली: परीक्षार्थियों के बीच घटी दूरी, परीक्षा केंद्र बनेंगे कम

 प्रयागराज : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 की केंद्र निर्धारण नीति में बदलाव हुआ है। कोविड संक्रमण को देखते हुए पहले एक कक्ष में छात्रों के बीच 36 वर्ग फीट की दूरी तय हुई थी, इसे घटाकर अब 25 वर्ग फीट कर दिया गया है। वजह कक्ष में दीवार के किनारे बैठने वाले छात्र-छात्रओं को भी इसमें रखा जा रहा था। एक कक्ष में 14 छात्र बैठाए जा सकते थे। अब मानक बदलने से एक कक्ष में 22 से 23 छात्र या छात्रएं बैठ सकतीं हैं।



इससे परीक्षा केंद्रों की संख्या में कमी आएगी और उनका पर्यवेक्षण आसानी से हो सकेगा। इसी के साथ केंद्र तय होने की समय सारिणी भी बदली गई है, अब नौ की जगह 22 फरवरी को केंद्र घोषित होंगे। इसी के अनुरूप अन्य तारीखों में बदलाव किया गया है। आशय यह है कि जो प्रक्रिया 11 जनवरी को होनी थी, वह अब 25 जनवरी को होगी।

माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की परीक्षा के लिए शासन ने 25 नवंबर को केंद्र निर्धारण नीति जारी की थी। इसमें पिछले वर्ष के नियमों में छिटपुट बदलाव था, केवल कोविड संक्रमण को देखते हुए छात्रों के बीच दूरी आदि के नियम पहली बार बने थे।

इन नियमों से केंद्रों की संख्या में बड़ा इजाफा हो रहा था साथ ही कक्ष में दीवार के किनारे बैठे छात्र-छात्रओं को भी रखा जा रहा था। इसे देखते हुए बोर्ड ने 16 जनवरी को संशोधन प्रस्ताव भेजा और शासन ने उस पर मुहर लगा दी है। यूपी बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने सभी जिलों को संशोधित नीति व समय सारिणी भेजकर तय समय में कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है।

’कोविड संक्रमण को देखते हुए 36 वर्ग फीट की जगह 25 वर्ग फीट रहेगी दूरी

’>>केंद्र निर्धारण की समय सारिणी बदली नौ की जगह 22 फरवरी को होंगे तय

ऐसे हुए बदलाव

’जिन कालेजों की धारण क्षमता एक पाली में 150 से कम होगी उन्हें केंद्र न बनाने का निर्देश था, अब इसे खत्म कर दिया’पहले दोनों पालियों में आवंटित परीक्षार्थियों की संख्या न्यूनतम 150 व अधिकतम 800 थी, अब न्यूनतम 250 व अधिकतम 1200 है’पहले परीक्षार्थी के लिए 36 वर्ग फीट क्षेत्रफल तय था, अब छह फीट की दूरी होगी’कालेज में फर्नीचर व भौतिक संसाधन दायरा घटाकर 25 वर्ग फीट किया गया है।